विशाखापट्टनम में इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 246 रनों से हराने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने माना है कि टेस्ट टीम की कप्तानी से बनने वाले दबाव का वह काफी मज़ा लेते हैं। इसके बाद उन्होंने साफ़ कर दिया कि तीन सालों में उनको कप्तानी का कितना भार महसूस हुआ है। विराट कोहली ने मैच के बाद एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा "तीन-चार सालों में मुझे अपनी कप्तानी का जितना भार महसूस हुआ है, उसका मैं विश्लेषण कर सकता हूँ, लेकिन इस वक़्त जो हमें जीत के पल मिले हैं, मैं उन पलों को लेकर काफी उत्साहित हूँ" इसके बाद विराट कोहली ने कहा "अगर इमानदारी से कहूं तो मैं ऐसा करने की ज़रुरत महसूस नहीं करता, क्योंकि मुझे अपने ऊपर विश्वास है और में अभी भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूँ और अच्छे रन बना रहा हूँ, मुझे अपने ऊपर भरोसा है कि मैं गेंद को मैदान के सहारे खेलता हूँ और अच्छे रन बनाता हूँ, इसलिए मैं अपनी बल्लेबाजी में ज्यादा प्रयोग नहीं करता" "यह काफी कठिन है जब आप एक कप्तान होते हैं और आप केवल पांच शुद्ध बल्लेबाजों के साथ ही खेलते होते हैं, तब आपके ऊपर और भी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है, इस लिहाज़ से मैं गेंद को ज्यादा हवा में नहीं खेलता और मैं टेस्ट क्रिकेट को ही ज्यादा पसंद करता हूँ": विराट कोहली आपको बता दें कि भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार शतक और दूसरी पारी में जुझारू अर्धशतक बनाने के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था। उन्होंने मैच की पहली पारी में 167 और दूसरी पारी में 81 रनों की शानदार पारियां खेली थीं। जिसकी बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 246 रनों से हराकर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की थी। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच 26 नवम्बर से मोहाली में खेला जाना है।