भारतीय महिला टीम ने तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में श्रीलंका को 39 रनों से हराते हुए सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली। पहले खेलते हुए भारतीय महिलाओं ने 9 विकेट पर 255 रन बनाए। जवाबी पारी में खेलते हुए श्रीलंकाई टीम 48वें ओवर में 216 रन बनाकर आउट हो गई।
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। यह फैसला सही साबित हुआ। भारतीय ओपनर स्मृति मंधाना महज 6 रन बनाकर आउट हो गईं। शेफाली वर्मा और यास्तिका भाटिया ने मिलकर एक बेहतरीन अर्धशतकीय भागीदारी की। इस बीच भाटिया 30 और शेफाली 49 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। यहाँ से कुछ विकेट गिरे लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की और अर्धशतक जड़ा। उनके अलावा पूजा वस्त्राकर ने भी धाकड़ बैटिंग करते हुए फिफ्टी जड़ी। हरमनप्रीत 75 रन बनाकर आउट हो गईं। पूजा वस्त्राकर ने नाबाद 56 रनों की पारी खेली। इस तरह भारत ने 9 विकेट पर 255 रन बनाये। रनवीरा, रश्मि डी सिल्वा और अट्टापट्टू ने श्रीलंका के लिए 2-2 विकेट झटके।
जवाब में खेलते हुए श्रीलंका ने विश्मी गुणारत्ने का विकेट गंवाया। वह 3 रन बनाकर आउट हो गईं। उनके आउट होने के बाद अट्टापट्टू और हसिनी परेरा ने क्रमशः 44 और 39 रन बनाए। यहाँ से लगातार अंतराल पर विकेट गिरे। नीलाक्षी डी सिल्वा ने एक छोर पर खड़े होकर नाबाद 48 रन की पारी खेली लेकिन अन्य बल्लेबाजों की तरफ से सहयोग नहीं मिला और टीम 216 रन बनाकर आउट हो गई। भारत के लिए राजेश्वरी गायकवाड़ ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके। मेघना सिंह और पूजा वस्त्राकर ने 2-2 विकेट झटके।