भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Women Cricket Team) की विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष (Richa Ghosh) इन दिनों चर्चा में है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेल दूसरे टी20 मैच में 13 गेंद में तीन छक्कों की मदद से नाबाद 26 रन की पारी खेलकर भारत का स्कोर 187 रन तक पहुंचाकर मुकाबला टाई कराने में अहम भूमिका निभाई और फिर सुपर ओवर में भी पहली ही गेंद में छक्का जड़कर मेजबान टीम की जीत की नींव रखी।
ऋचा टीम इंडिया में फिनिशर की भूमिका निभा रही हैं और वो इसका पूरा लुत्फ़ भी उठा रही हैं। दाएं हाथ की यह बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को अपना आदर्श मानती हैं। इस बात का खुलासा उन्होंने खुद किया जिसका वीडियो बीसीसीआई ने इंस्टाग्राम पर साझा किया है।
तीसरे टी20 मुकाबले से पहले अपने इंटरव्यू में ऋचा ने बताया कि दूसरे मुकाबले में स्मृति मंधना के साथ क्या बातचीत हुई, 'स्मृति दीदी (मंधाना) ने मुझे कहा था कि मैच खत्म करने आना।' ऋचा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, 'मैंने हमेशा पावर हिटिंग पर ध्यान केंद्रित किया है। मैंने इस पर बहुत मेहनत की है और अपनी मानसिक दृढ़ता पर भी ध्यान दिया है। यह सब हमारी योजना के अनुसार हुआ।'
उन्होंने आगे कहा, मैं हमेशा आखिर तक टिके रहना चाहती हूं और अपनी टीम को जीत दिलाना चाहती हूं। हमारी यही योजना थी। विचार यह था कि बीच के ओवरों में रन गति बनाए रखी जाए ताकि हमें आखिर ओवरों में अधिक जोर नहीं लगाना पड़े।'
महेंद्र सिंह धोनी के शॉट्स देखकर बड़ी हुई हूँ - ऋचा
ऋचा धोनी को अपना आदर्श मानती हैं और उन्हीं की तरह बड़े शॉट्स खेलने का प्रयास करती हैं। उन्होंने कहा, बचपन से ही मैंने धोनी को फॉलो किया है और वह कैसे मैच को खत्म करते थे।' ऋचा ने बताया, 'मेरे पिता ने भी मेरी बड़े शॉट खेलने की क्षमता को सुधारने में बहुत मेहनत की है। वह हर जगह मेरे साथ जाते थे। वह एक सफल क्रिकेटर नहीं बन सके इसलिए वह मेरा पूरा समर्थन कर रहे हैं जिससे कि मैं अपने सपनों को साकार कर सकूं।'
हालाँकि, ऋचा को अभी तक अपने आदर्श पूर्व कप्तान धोनी से मिलने का अवसर नहीं मिला है और इसका उन्हें मलाल भी है।