भारतीय महिला टीम (Indian Women's Team) के वनडे वर्ल्ड कप से बाहर होने के साथ ही हेड कोच रमेश पोवार का कार्यकाल समाप्त हो गया। पोवार ने पिछले साल डब्ल्यूवी रमन की जगह ली थी। वह आगे फिर से इस कार्य के लिए आवेदन कर सकते हैं। टीम इंडिया आईसीसी इवेंट में संघर्ष करती नज़र आई और टूर्नामेंट के लीग चरण से बाहर हो गई।
वर्ल्ड कप अभियान में भारतीय टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद महिला टीम के कोचिंग विभाग में बड़ा बदलाव भी देखने को मिल सकता है। एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण आने वाले क्रिकेटरों को मोनिटर कर रहे हैं। भारतीय टीम नॉक आउट दौर में भी अपनी जगह बनाने में असफल रही।
बीसीसीआई के एक सीनियर सूत्र ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि पोवार का कार्यकाल वर्ल्ड कप तक ही था। इसमें विस्तार का कोई प्रावधान नहीं है इसलिए पूरी प्रक्रिया साक्षात्कार से ही होगी। वह फिर से आवेदन कर सकते हैं और क्रिकेट सलाहकार समिति संविधान के अनुसार निर्णय लेगी।
लक्ष्मण का कहना है कि अगले साल महिला अंडर 19 के उद्घाटन वर्ल्ड कप को देखते हुए बीसीसीआई खिलाड़ियों के अगले बैच को तैयार कर रही है। लक्ष्मण इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। वह एनसीए में खिलाड़ियों को मोनिटर कर रहे हैं।
भारतीय महिला टीम से वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खिलाड़ियों की फील्डिंग पर भी सवाल खड़े हुए। इसके अलावा अहम मैचों में भारतीय टीम फ्लॉप साबित हुई। भारतीय टीम अपने सात मुकाबलों में 3 ही जीत पाई। 4 मैचों में टीम इंडिया को पराजय का सामना करना पड़ा। इस तरह फैन्स की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा। मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसी सीनियर खिलाड़ियों का यह अंतिम वर्ल्ड कप था। देखना होगा कि अब कोचिंग स्टाफ और टीम में क्या बदलाव किये जाएंगे।