1998 चैंपियंस ट्रॉफी की भारतीय टीम: वे खिलाड़ी अब कहां हैं ?

Rahul

44 सुनील जोशी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज जोशी ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 9 ओवर में 2 विकेट लिए थे और सेमीफाइनल में अपने 10 ओवर में उन्होंने मात्र 35 रन दिए थे। जोशी अगली चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत के लिए खेले थे और 2012 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास ले लिया था। सन्यास के बाद सुनील जोशी ने जम्मू कश्मीर के कोच के रूप में काम किया और अभी वह असम की रणजी टीम के साथ मुख्य कोच के रूप में जुड़े हुए हैं। जवगल श्रीनाथ 90 के दशक से भारत के तेज गेंदबाजी की कमान श्रीनाथ के हाथों में रहती थी। इस टूर्नामेंट में भी श्रीनाथ ने उम्दा गेंदबाजी की अपने खेले गये 2 मैचों में उन्होंने 3 विकटें चटकाई थी। भारत देश को स्पिन गेंदबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन श्रीनाथ ने भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी को नया मुकाम दिया था। 2003 में उन्होंने क्रिकेट से सन्यास ले लिया था, अभी फ़िलहाल वह आईसीसी के साथ मैच रेफरी के रूप में कार्य संभाले हुए हैं। अनिल कुंबले भारतीय टीम के सबसे महान गेंदबाजों में से एक कुंबले ने इस टूर्नामेंट में केवल एक मात्र विकेट वेस्ट इंडीज के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में लिया था। उनके लिए यह टूर्नामेंट ज्यादा अच्छा नहीं रहा, लेकिन भारत के लिए उन्होंने 2000 और 2002 चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लिया था। अनिल कुम्बले वर्तमान समय में भारतीय टीम के मुख्य कोच है और वह अपनी कोचिंग में चाहेंगे कि भारत एक बार फिर से इस टूर्नामेंट को अपने नाम करे। वेंकटेश प्रसाद श्रीनाथ के साथ सलामी गेंदबाजी का जिम्मा प्रसाद ही सँभालते थे। वह ज्यादा तेज गेंदबाज नहीं थे, लेकिन उनकी काबिलियत और उनके द्वारा डाला गया सफल लेग कटर उनकों बेहतरीन तेज गेंदबाज बनाता है। 2000 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को फाइनल तक पहुँचाने में प्रसाद की अहम भूमिका थी। फ़िलहाल प्रसाद जूनियर चयन समिति के प्रधान हैं।