गांगुली को दादा के नाम से भारतीय क्रिकेट में जाना जाता है। धोनी के बाद वह भारत के महान कप्तानों में शुमार हैं। वर्ल्डकप में खेलने से पहले उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई बड़े मुकाबले जीते थे। जिसमें 2002 की नेटवेस्ट ट्राफी भी शामिल है। साथ ही 2001 में ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट विजय रथ को भी गांगुली ने रोका था। टूर्नामेंट में दादा ने 58 के औसत से 478 रन बनाये थे। गांगुली ने भारत की कप्तानी 2005 तक की। जिसके बाद राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान बने थे। जिनकी कप्तानी में साल 2007 के वर्ल्डकप में टीम खेली थी। साल 2008 में गांगुली ने संन्यास ले लिया था। लेकिन आईपीएल में वह कई साल तक खेलते रहे। मौजूदा समय में वह कैब के अध्यक्ष हैं और इंडियन सुपर लीग में उन्होंने एटलेटिको डी कोलकाता नाम की टीम खरीद रखी है।