भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल इंग्लैंड के दौरे पर है। भारतीय टीम को अब इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों सीरीज खेलनी है। इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच 1 अगस्त से खेला जाएगा। हालांकि इससे पहले टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज हार चुकी है लेकिन टीम टी20 सीरीज अपने नाम भी कर चुकी है। वहीं अब टेस्ट क्रिकेट में भारत को अपना दमखम दिखाना है। पीछे ऐसे काफी मैच देखने को मिले हैं जिसमें भारत ने इंग्लैंड को उसकी धरती पर ही धूल चटाई है। टेस्ट क्रिकेट में भारत ने इंग्लैंड में ही कई ऐतिहासिक मुकाबले खेले हैं। ये मुकाबले आज भी याद किए जाते हैं। आइए यहां जानते हैं भारतीय क्रिकेट टीम के इंग्लैंड में खेले गए तीन शानदार मैचों के बारे में जिसमें टीम का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा। लंदन, 2014 भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2014 में लंदन में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबला खेला। यह टेस्ट मैच काफी यादगार रहा। लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया यह मुकाबला इस लिए खास रहा क्योंकि इस मुकाबले में भारत को जीत हासिल हुई थी और लॉर्ड्स के मैदान में साल 1986 के भारत भारत को जीत नसीब हुई थी। इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 295 रन ही बना सकी। भारत की ओर से अजिंक्य रहाणे ने 103 रनों की पारी खेली। इसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी में भारत पर बढ़त बनाते हुए 319 रन का स्कोर खड़ा किया। भुवनेश्वर कुमार ने इस पारी में 6 विकेट हासिल किए थे। दूसरी पारी में भारत ने 342 रन का स्कोर बना डाला। इस पारी में मुरली विजय के 95 रनों की योगदान रहा। अब जीत के लिए इंग्लैंड की टीम मैदान पर रन स्कोर करने तो आई लेकिन ईशांत की तेज गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड की टीम ढ़ेर हो गई। ईशांत ने 74 रन देकर सात विकेट हासिल किए और इंग्लैंड की टीम को 223 रनों पर ही समेट कर रख दिया। इसके साथ ही भारत ने 95 रनों से इस मुकाबले में जीत हासिल की।नॉटिंघम, 2007 2007 में नॉटिंघम के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया टेस्ट मैच काफी शानदार रहा। इस मुकाबले में जहीर खान ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया। जहीर को आखिर में प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। गेंदबाजी के दम पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 198 रनों पर ही ऑलआउट कर दिया। जहीर ने इस पारी में चार विकेट अपने नाम किए। इसके जवाब में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 481 रनों का एक विशाल स्कोर खड़ा कर एक बड़ी बढ़त हासिल कर ली। सचिन तेंदुलकर ने इस पारी में 91 रनों का योगदान दिया। दूसरी पारी में इंग्लैंड पर भारतीय गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा और इस बार पूरी इंग्लैंड टीम को 355 रनों पर ढ़ेर करने में कामयाब रहे। जहीर खान ने इस पारी में भी उम्दा गेंदबाजी की और पांच शिकार किए। आखिर में भारत ने तीन विकेट के नुकसान पर 73 रन बनाकर मैच को सात विकटों से अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की।लीड्स, 2002 लीड्स के मैदान पर साल 2002 में खेला गया तीसरा टेस्ट मुकाबला भारतीय टीम के खिलाड़ियों में आज भी ताजा होगा। इस मुकाबले में भारतीय टीम के तीन बल्लेबाजों ने शतकीय पारी खेली थी। इन तीन बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और कप्तान सौरव गांगुली शामिल थे। भारत ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और अपनी बल्लेबाजी के दम पर टीम ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की हवा ही निकाल दी। इस मुकाबले में भारत की ओर से बेहतरीन साझेदारियां भी देखने को मिली। इस मैच में भारत को वीरेंद्र सहवाग के रूप में 15 रनों पर ही पहला झटका लग गया लेकिन दूसरे विकेट के लिए संजय बांगर और राहुल द्रविड़ के बीच 170 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद तीसरे विकेट के लिए राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने 150 रन जोड़े और फिर सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने मिलकर चौथे विकेट के लिए शानदार 249 रन ठोक डाले। भारतीय खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। राहुल द्रविड़ ने इस मुकाबले में 307 गेंदों का सामने करते हुए 23 चौकों की मदद से 148 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मास्टर ब्लास्टर दोहरा शतक लगाने से चूक गए। उन्होंने 330 गेंदों में 19 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 193 रन ठोक डाले। वहीं कप्तान सौरव गांगुल भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने 167 गेंदों में 14 चौके और तीन छक्कों की मदद से 128 रनों की पारी खेली। इन खिलाड़ियों के दम पर भारत ने 8 विकेट के नुकसान पर 628 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। इसके दम पर इंग्लैंड की पहली पारी 273 रनों पर ही समिट गई। जिसके कारण इंग्लैंड की टीम को फॉलोऑन का सामना भी करना पड़ा। दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज फिर से नाकाम रहे और पूरी इंग्लैंड की टीम 309 रनों पर ही सिमट गई। इसके साथ ही भारत ने इस मुकाबले को पारी और 46 रनों से जीत लिया। इस मुकाबले के लिए राहुल द्रविड़ को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। लेखक: सिद्धार्थ ओस्तवाल अनुवादक: हिमांशु कोठारी