लीड्स के मैदान पर साल 2002 में खेला गया तीसरा टेस्ट मुकाबला भारतीय टीम के खिलाड़ियों में आज भी ताजा होगा। इस मुकाबले में भारतीय टीम के तीन बल्लेबाजों ने शतकीय पारी खेली थी। इन तीन बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और कप्तान सौरव गांगुली शामिल थे। भारत ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और अपनी बल्लेबाजी के दम पर टीम ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की हवा ही निकाल दी। इस मुकाबले में भारत की ओर से बेहतरीन साझेदारियां भी देखने को मिली। इस मैच में भारत को वीरेंद्र सहवाग के रूप में 15 रनों पर ही पहला झटका लग गया लेकिन दूसरे विकेट के लिए संजय बांगर और राहुल द्रविड़ के बीच 170 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद तीसरे विकेट के लिए राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने 150 रन जोड़े और फिर सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने मिलकर चौथे विकेट के लिए शानदार 249 रन ठोक डाले। भारतीय खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। राहुल द्रविड़ ने इस मुकाबले में 307 गेंदों का सामने करते हुए 23 चौकों की मदद से 148 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मास्टर ब्लास्टर दोहरा शतक लगाने से चूक गए। उन्होंने 330 गेंदों में 19 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 193 रन ठोक डाले। वहीं कप्तान सौरव गांगुल भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने 167 गेंदों में 14 चौके और तीन छक्कों की मदद से 128 रनों की पारी खेली। इन खिलाड़ियों के दम पर भारत ने 8 विकेट के नुकसान पर 628 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। इसके दम पर इंग्लैंड की पहली पारी 273 रनों पर ही समिट गई। जिसके कारण इंग्लैंड की टीम को फॉलोऑन का सामना भी करना पड़ा। दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज फिर से नाकाम रहे और पूरी इंग्लैंड की टीम 309 रनों पर ही सिमट गई। इसके साथ ही भारत ने इस मुकाबले को पारी और 46 रनों से जीत लिया। इस मुकाबले के लिए राहुल द्रविड़ को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। लेखक: सिद्धार्थ ओस्तवाल अनुवादक: हिमांशु कोठारी