भारत की ऑलटाइम वन-डे XI

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भारत के 500वें टेस्ट के मौके पर हमने भारत की कई ऑलटाइम टेस्ट XI देखी हैं। सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग और कपिल देव जैसे दिग्गज लगभग हर ऑलटाइम का हिस्सा हैं। हालांकि अगर एक पल के लिए फोकस टेस्ट से हटाकर वन-डे पर केंद्रित करें तो भारत को 16 अक्टूबर 2016 को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में वनडे- सीरीज़ का पहला और अपना 900वां वनडे मैच खेलना है। अभी तक खेले 899 मैचों में भारत ने 454 मैच जीते हैं और 399 मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। 39 मुकाबले बिना किसी नतीजे के खत्म हुए, जबकि शेष 7 मैच टाई रहे हैं। अभी तक 214 खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है, और इनमें से कई खिलाड़ी विश्व के बेहतरीन खिलाड़ी बन कर उभरे। क्योंकि भारत का 900वां काफी करीब है, हमने हमारी ऑलटाइम वन-डे चुनने का फैसला किया है:


# ओपनर्स

भारत की ऑलटाइम वन-डे टीम के लिए सिर्फ दो ओपनर्स का चुनाव करना बेहद कठिन है। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, क्रिस श्रीकांत, गौतम गंभीर जैसे बल्लेबाज़ों ने बीते सालों में भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है और इन सभी में से किन्हीं दो को चुनना बाकियों के लिए जायज़ नहीं होगा। हालाकिं क्योंकि टीम में दो ही ओपनर्स को जगह दी जा सकती है, लिहाज़ा हम निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। सचिन तेंदुलकर वन-डे क्रिकेट इतिहास में सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं और उनका नाम किसी भी वनडे XI में शामिल होना लाजमी है, लिहाज़ा हमारी ऑलटाइम वनडे XI में भी सचिन का नाम सबसे पहले है। लिटिल मास्टर ने 452 पारियों में 44 से ज्यादा की औसत से 18426 रन बनाए हैं। वीरेंद्र सहवाग औऱ सौरव गांगुली सचिन के साथ ओपनिंग के दावेदार हैं। दोनों ही खिलाड़ी वन-डे में सचिन के साथ पारी की शुरुआत कर चुके हैं। सचिन और सहवाग की जोड़ी ने 114 पारियों में 39.14 की सम्माननीय औसत से 4387 रन जोड़े हैं जिसमें 13 शतकीय साझेदारियां शामिल हैं। वन-डे क्रिकेट में सचिन और सौरव की जोड़ी सबसे बेहतरीन रही है। दोनों ने मिलकर 176 पारियों में 47.55 की शानदार औसत से 8227 रन बनाए हैं जिसमें 26 शतकीय साझेदारियां है। इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, हमारी ऑलटाइम वनडे XI में गांगुली सचिन के साथ वन-डे में ओपनिंग करेंगे। गांगुली ने 300 पारियों में 41 की औसत और 72 की स्ट्राइक रेट से 11363 रन बनाए हैं। # मिडिल ऑर्डर

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ओपनर्स की ही तरह एक बड़े पूल में से जो सभी टीम में शामिल होने के हकदार हैं, वन-डे की ऑलटाइम XI के लिए भारतीय मिलिड ऑर्डर का चुनाव काफी मुश्किल है। राहुल द्रविड़ ने वन-डे में 10000 से ज्यादा रन बनाए हैं लेकिन बावजूद इसके वो टीम में जगह बनाने में सफल नहीं हुए। भारत के टेस्ट कप्तान विराट कोहली अभी से ही वन-डे के महान बल्लेबाज़ बनने की राह पर हैं और इस वक्त कोहली वन-डे के बेस्ट बल्लेबाज़ हैं। कोहली ने अभी तक 171 मैच में 51.51 की असाधारण औसत और 89 की स्ट्राइक रेट से 7212 रन बनाए हैं। क्योंकि कोहली अभी काफी युवा हैं और बेहद फिट हैं इसलिए वो संन्यास से पहले 15000 रन भी बना सकते हैं। विराट कोहली हमारी ऑलटाइम XI वन-डे टीम में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करेंगे। कोहली के बाद बारी आती है भारत के पूर्व कप्तान और खेल के सबसे स्टाइलिश बल्लेबाज़ों में से एक मोहम्मद अजहरुद्दीन की । अजहर एक दशक से भी ज्यादा मिडिल ऑर्डर में भारतीय टीम के मुख्य बल्लेबाज़ थे और उन्होंने टीम को काफी मैच जिताएं हैं। अजहर ने 308 पारियों में 37 की औसत से 9378 रन बनाए हैं। 2011 वर्ल्ड कप के प्लेयर ऑफ द सीरीज़ युवराज सिंह भी भारत की ऑलटाइम वन-डे XI का हिस्सा हैं। युवी एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका योगदान आसानी से नहीं भुलाया जा सकता । युवराज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान साल 2000 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट में 84 रन की पारी खेलकर बनाई। तब से लेकर युवराज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वो वन-डे टीम के स्थापित मैच विनर बन गए। 2002 की नेटवेस्ट ट्रॉफी में इंग्लैंड के खिलाफ खेली मैच जिताने वाली पारी और वर्ल्ड कप 2011 में ऑलराउंड प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट में युवराज के योगदान का उदाहरण है। एम एस धोनी और युवराज ने लंबे समय तक अपने कंधों पर टीम का भार उठाया है।

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युवराज ने 268 मैच में 8329 रन बनाने के साथ 111 विकेट भी लिए हैं। वन-डे की इस ऑलटाइम XI टीम के मिडिल ऑर्डर का समापन करेंगे, भारत के महानतम वन-डे बल्लेबाज़ों और फीनिशर्स में से एक, एम एस धोनी। विकेटकीपर बल्लेबाज़ धोनी ने कई मौकों पर भारतीय टीम को बचाया है और फैंस के लिए मैदान पर धोनी की मौजूदगी ही लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद होती है। अभी तक खेली 241 पारियों में धोनी ने 51.25 की लाजबाव औसत और 90 के स्ट्राइक रेट से 8919 रन बनाए हैं। धोनी बिना किसी बहस के भारत के सबसे सफल वन-डे कप्तान हैं और भारत की ऑलटाइम वन-डे XI के कप्तान धोनी ही होंगे। # ऑलराउंडर

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हमने ये स्टेटमेंट न जाने कितनी बार सुनी है “ कपिल के संन्यास के बाद भारतीय टीम उनके स्किल के 50 फीसदी जैसा कोई ऑलराउंडर खोजने के लिए संघर्ष कर रही है।” अपने दौर में ऑलरांउडर के तौर पर खेलते हुए कपिल का ये प्रभाव था। ‘हरियाणा हरिकेन’ के नाम से मशहूर कपिल देव ने 225 वनडे मुकाबलों में 3783 रन बनाने के साथ 27 की प्रभावशाली गेंदबाज़ी औसत से 253 विकेट भी झटके हैं। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पहली बार 1983 में वर्ल्डकप जीता, एक ऐसा पल जिसने भारतीय क्रिकेट को हमेशा के लिए बदलकर रख दिया। वो आज तक भारत के बेस्ट तेज़ गेंदबाज़ और ऑलरांउडर हैं इसलिए बिना किसी सोच के कपिल देव को हमारी ऑलटाइम वनडे XI में शामिल किया गया है। # स्पिनर्स

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जब से भारत ने क्रिकेट खेलना शुरु किया है तब से यहां काफी संख्या में स्पिनर्स हैं। बिशन सिंह बेदी , ईरापल्ली प्रसन्ना, भगवत चंद्रशेखर और वेंकटराघवन से लेकर भारत के स्पिन ट्विन आर अश्विन और जडेजा तक भारत के पास हमेशा वर्ल्ड क्लास स्पिनर्स रहे हैं। स्पिनर्स के बड़े समूह से सिर्फ 2 दो को चुनना काफी कठिन है। लेकिन जब भी वन-डे में भारत के दो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों की बात हो तो हरभजन और कुंबले को दरकिनार नहीं किया जा सकता। अनिल कुंबले ने 265 वनडे में 30 की औसत और 4.30 के इकॉनमी रेट से 337 विकेट झटके हैं। एक दशक से भी ज्यादा वन-डे में कुंबले भारत के सबसे प्रमुख गेंदबाज़ रहे हैं और उन्होंने अपने दम पर भारत को कई मैच जिताए हैं। कुंबले की ही तरह,हरभजन सिंह भी एक स्थापित मैच विनर हैं और उन्होंने भारत के लिए काफी योगदान किया है। हरभजन ने 227 मैच में 33 की औसत से 269 विकेट लिए हैं। इसलिए हरभजन और कुंबले हमारी टीम में शामिल हैं। # तेज़ गेंदबाज़ Ashish Nehra of India is congratulated by Mohammad Kaif and Javagal Srinath of India जब भी हम भारत के श्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ों का जिक्र करते हैं तो हमारे ज़हन में जहीर खान , अजीत अगरकर, मो. शमी और जवागल श्रीनाथ जैसे गेंदबाज़ों का नाम आता है। हालांकि शमी को इस लिस्ट में गिनना काफी जल्दबाज़ी होगी, लेकिन शमी ने अभी तक जिस तरह का प्रदर्शन किया है उससे वो आने वाले समय में बेहतर ही होंगे। क्योंकि पेसर्स के लिए दो ही स्थान हैं और ये दोनों गेंदबाज़ भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी को नई ऊंचाई तक ले गए हैं, लिहाज़ा श्रीनाथ और जहीर खान ऑलटाइम वन-डे XI टीम में जगह बनाते हैं इन दोनों ने बीते सालों में भारतीय वन-डे टीम के लिए काफी कुछ किया है इसलिए किसी एक को टीम में चुनना दूसरे के साथ नाइंसाफी होगी। श्रीनाथ ने 227 मैच में 315 विकेट लिए जबकि जहीर के खाते में 197 वऩडे में 282 विकेट हैं। # ऑलटाइम XI

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भारतीय ऑलटाइम XI के लिए 11 खिलाड़ियों का चुनाव करना बहुत कठिन काम था। राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, रवि शास्त्री, अजीत अगरकर और मो.शमी जैसे काबिल खिलाड़ी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि वो आखिरी 11 में नहीं चुने गए। राहुल द्रविड़ को उनकी योग्यता के अधार पर भारतीय वनडे की ऑलटाइम XI में 12वें खिलाड़ी के तौर पर चुना गया है। इंडिया ऑलटाइम वनडे XI : सचिन तेंदुलकर. सौरव गांगुली ,विराट कोहली , मोहम्मद अजहरुद्दीन, युवराज सिंह, एम एस धोनी,कपिल देव, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, जहीर खान, जवागल श्रीनाथ रिजर्व खिलाड़ी : राहुल द्रविड़ (12वें खिलाड़ी) , वीरेंदर सहवाग, रवि शास्त्री और अजीत अगरकर

Edited by Staff Editor