टी20 में भारतीय क्रिकेट टीम का सुनहरा भविष्य

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फ्लोरिडा में सम्पन्न हुए वेस्टइंडीज के साथ 2 टी-20 मैचों की सीरीज के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम ने इस साल का अपना आखिरी टी20 मैच खेल लिया है। जिसमें वेस्टइंडीज़ ने टीम इंडिया को 1-0 से हरा दिया। भारत के पास भविष्य में टी20 के लिए कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं। जो अगले साल टीम में अपनी जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। साल 2016 में अपना आखिरी टी20 मैच खेलने के साथ ही साल 2017 में भारतीय टीम लाइनअप में बड़ा बदलाव देखा जा सकता हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या वर्तमान टीम के खिलाड़ी अपनी जगह बरकरार रख पाएंगे ? ऐसे में हमने ये लिस्ट बनाई है जो अगले टी-20 में संभावित भारतीय एकादश हो सकती है: सलामी जोड़ी रोहित शर्मा की जगह टेस्ट टीम में उतनी फिट नहीं बैठती है, लेकिन जब बात वनडे और टी-20 की होती है। तो विराट के साथ शीर्ष क्रम में रोहित बिलकुल फिट बैठते हैं। वह टीम के सलामी बल्लेबाज़ हैं। लेकिन उनके जोड़ीदार पर अभी भी संदेह है। बहुत सारे मौके मिलने के बावजूद शिखर धवन लगातार असफल रहे हैं, उन्होंने अभी तक 22 के औसत और 113 के स्ट्राइक रेट से 416 रन बनाये हैं। जो अच्छा प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता है। वहीं रहाने का हाल भी कुछ धवन से मिलता जुलता है। वह इस प्रारूप में धीमी बल्लेबाज़ी के कारण ज्यादा फिट नहीं बैठते हैं। वहीं दूसरी तरफ केएल राहुल ने गिने-चुने टी-20 मैचों में ही अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। राहुल आईपीएल में आरसीबी के उभरते हुए सितारे हैं। यद्यपि राहुल ने अभी तक टी-20 में अपनी ज्यादातर पारियां मध्यक्रम में खेली हैं। लेकिन उनकी खुद की पसंद सलामी बल्लेबाज़ी है। राहुल इस भूमिका के लिए नए नहीं हैं, ऐसे में वह रोहित के साथ पारी का आगाज कर सकते हैं। सलामी जोड़ी: रोहित शर्मा और केएल राहुल मध्यक्रम 46-1472720268-800 मध्यक्रम की बात आने पर सबसे पहला नाम दिमाग में विराट कोहली का आता है। कोहली पिछले 3-4 सालों से भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं। बीते 1 साल से तो उनकी बल्लेबाज़ी में जबरदस्त निरंतरता देखी गयी है। कोहली टीम इंडिया के लिए सलामी बल्लेबाज़ की भी भूमिका निभा सकते हैं, ऐसा वह पूर्व में कर चुके हैं। आईपीएल 2016 में उन्होंने इसी क्रम पर 900 रन बनाये थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली बतौर सलामी बल्लेबाज़ी विपक्षी टीम के लिए दुस्वप्न से कम नहीं होंगे। लेकिन इससे भारतीय मध्यक्रम कमजोर हो सकता है। क्योंकि टीम में सुरेश रैना और युवराज सिंह को जगह मिलती नहीं दिखाई दे रही है। इसके अलावा धोनी भी अपने प्राइम फॉर्म में नहीं हैं। इसलिए कोहली को तीसरे क्रम पर ही बल्लेबाज़ी करनी चाहिए। इससे कोहली सलामी बल्लेबाजों की शुरुआत को भी भुना सकते हैं। साथ ही विकट परिस्थितियों में भी वह टीम की पारी को सही दिशा दे सकते हैं। 47-1472720347-800 बीते दिनों मनीष पाण्डेय काफी सफल बल्लेबाज़ रहे हैं। इस वजह से वह भारतीय टीम के सबसे मजबूत मध्यक्रम के बल्लेबाज़ साबित हो सकते हैं। साथ ही धोनी पांचवे क्रम पर काफी फिट बैठते हैं। जहाँ वह खुद का नेचुरल गेम खेल सकते हैं। नम्बर 6 का स्थान भारतीय टी-20 टीम के लिए भविष्य में चिंता का विषय होगा। क्योंकि रैना और युवराज की गैरमौजूदगी में इस स्थान को भरने वाला अभी कोई खिलाड़ी नजर नहीं आ रहा है। सरफराज खान, हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव के बीच इस स्थान के लिए जंग चल रही है। पांड्या साल 2016 में हुए टी-20 वर्ल्डकप में भारतीय टीम के नियमित सदस्य थे। लेकिन उन्हें खराब फॉर्म के चलते टीम से बाहर कर दिया गया है। हालांकि साल 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टी-20 सीरीज से पहले पांड्या के पास टीम में वापसी करने का टाइम है। 52-1472720717-800 वहीं दूसरी तरफ सरफराज खान ने आईपीएल और अंडर-19 वर्ल्डकप में अपना जौहर दिखाया है। लेकिन आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने उन्हें आईपीएल में कुछ मैचों से बाहर बिठा दिया था। इस बात को गंभीरता से लेते हुए सरफराज ने इधर अपना वजन भी कम किया है। जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा। सरफराज एक बेहतरीन खिलाड़ी के तौर पर आगे बढ़ेंगे। पांड्या और सरफराज आने वाले दिनों भारत के लिए निचले क्रम पर शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। पांड्या के टीम में होने पर कप्तान के पास एक अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प हो जाता है। इसके अलावा एक और विकल्प है अगर रहाने सलामी बल्लेबाज़ की जिम्मेदारी निभाते हैं, तो राहुल चौथे क्रम पर, मनीष पाण्डेय और धोनी क्रमशः 5वें व छठे स्थान पर खेल जाते हैं। मध्यक्रम: विराट कोहली, मनीष पाण्डेय, एमएस धोनी, हार्दिक पांड्या/सरफराज खान स्पिनर्स 48-1472720791-800 नम्बर 7 भारत के लिए चिंता का विषय है, इस क्रम के लिए खिलाड़ी बल्ले और गेंद दोनों में अच्छा हो। रविन्द्र जडेजा इस क्रम पर खेलते रहे हैं, लेकिन वह टीम में अपने स्थान से न्याय नहीं कर पा रहे हैं। वह गेंदबाज़ी में सफल रहे हैं, लेकिन बल्ले से हमेशा असफल साबित हुए हैं। इस फॉर्मेट में कई टीम ऐसी हैं, जो नौवें क्रम तक बेहतरीन बल्लेबाज़ी रखती हैं। वहीं भारत के पास भी आश्विन और भुवनेश्वर कुमार 8 और 9वें स्थान पर खेलेंगे। लेकिन दिक्कत 7वें स्थान पर है। वहीं चयनकर्ता अगर जडेजा की बल्लेबाज़ी पर नजर दौड़ाते हैं उनकी जगह पर उनके सामने कई विकल्प आ जाते हैं। जिसमें सबसे पहला नाम अक्षर पटेल का नाम सबसे पहला आता है। अक्षर बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। दूसरे स्पिनर के तौर पर आश्विन का नाम सबसे पहले आता है। अगर टीम प्रबंधन तीसरे स्पिनर के साथ जाता है तो अमित मिश्र इस भूमिका में फिट बैठते हैं। स्पिनर्स: अक्षर पटेल और आर आश्विन तेज़ गेंदबाज़ 49-1472720977-800 अगर आप भारत के तेज गेंदबाज़ी के फैन हैं तो ये वक्त आपके लिए है। कई सालों बाद टीम इंडिया के बेहतरीन सेट तेज गेंदबाज़ हैं। भुवनेश्वर कुमार नई गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने में माहिर हैं। साथ ही वह डेथ ओवर में भी कमाल के गेंदबाज़ साबित हुए हैं। साथ ही उन्हें मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह से अच्छा सहयोग मिलता है। जैसाकि वेस्टइंडीज के साथ हुए सीरीज में दिखा है। शमी ने चोट के बाद वापसी की है। वह ऐसे गेंदबाज़ जो बेहतरीन यॉर्कर डाल सकते हैं। साथ ही वह डेथ ओवर में भी अच्छा करने में माहिर हैं। शमी की तरह ही बुमराह तो लगातार यॉर्कर गेंदें डालने में माहिर हैं। ज्यादातर कप्तान बुमराह का इस्तेमाल डेथ ओवरों में करते हैं। वह इसके विशेषज्ञ भी हैं। वह ज्यादातर अपने ओवर 11वें ओवर के बाद ही करते दिखे हैं। ऐसे में शमी और भुवनेश्वर कुमार नई गेंद शेयर करते दिखाई देंगे। वहीं यदि टीम प्रबन्धन तीन स्पिनरों के साथ उतरेगा तो भुवनेश्वर कुमार को हो सकता है अंतिम एकादश में जगह न मिले। तेज गेंदबाज़: भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी