उस मैच में वेंकटपति राजू ने 10 ओवरों में 46 रन देकर 1 विकेट लिया था। उन्होंने पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज राशिद लतीफ को स्टंप आउट करवाया था। उनका क्रिकेट करियर उतना अच्छा नहीं रहा। इस मैच के कुछ महीने बाद उन्होंने 1996 में ही अपना आखिरी वनडे मैच खेला। अपने छोटे से क्रिकेट करियर में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 93 जबकि वनडे क्रिकेट में 63 विकेट चटकाए। हालांकि 2004 तक वो हैदराबाद के लिए क्रिकेट खेलते रहे। राजू हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट भी रह चुके हैं। वहीं 2007 से 2008 के दौरान साउथ जोन से वो भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता भी रहे। वहीं वो ओडिशा क्रिकेट टीम के भी कोच रहे। एशियन क्रिकेट काउंसिल में डेवलपमेंट ऑफिसर के तौर पर उन्होंने थाइलैंड और यूएई जैसी एसोसिएट टीमों की काफी मदद की। लेखक- अक्षय पाई अनुवादक-सावन गुप्ता