अजय जडेजा ने उस हाईवोल्टेज मुकाबले में मैच जिताऊ और शायद अपने करियर की सबसे अच्छी पारी खेली थी। निचले क्रम में आकर उन्होंने 25 गेंदों पर ताबड़तोड़ 45 रन बनाए जिसकी वजह से भारतीय टीम 287 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रही। उनके उस पारी की सबसे खास बात ये थी कि 40 रन अकेले उन्होंने पाकिस्तान के सबसे दिग्गज तेज गेंदबाज वकार यूनिस के ओवर में बनाए थे। जडेजा ने यूनिस के 48वें और 50वें ओवर में जमकर धुनाई की और 40 रन इन्हीं दो ओवर में बना दिए। इस एक पारी से जडेजा रातोंरात भारतीय क्रिकेट के पोस्टर ब्वॉय बन गए। अपनी इस पारी में उन्होंने 4 चौके और 2 छक्के लगाए। जडेजा की यही पारी मैच में निर्णायक साबित हुई। उन्होंने उस वक्त के दुनिया के सबसे अच्छे तेज गेंदबाज वकार यूनिस की गेंदों पर जमकर रन बनाए और बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में बैठे भारतीय दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। जडेजा अपनी फील्डिंग और मैच फिनिशिंग पारी के लिए काफी मशहूर थे। लेकिन अजहरुद्दीन की ही तरह उनका क्रिकेट करियर भी मैच फिक्सिंग की वजह से ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया। उनके ऊपर भी बैन लगा दिया गया, हालांकि 2003 में बैन हटा लिया गया। क्रिकेट के बाद जडेजा ने कुछ फिल्मों में एक्टिंग भी की और रियलिटी शो का भी हिस्सा रहे। 2009 में एक फिल्म में उन्होंने विनोद कांबली के साथ एक्टिंग की। उन्हें दिल्ली की टीम का कोच भी बनाया गया लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। अभी वो क्रिकेट कमेंटेटर और मैच एनालिस्ट के तौर पर क्रिकेट से जुड़े हुए हैं।