पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ उस मैच में काफी महंगे साबित हुए थे और 9 ओवरों में 61 रन देकर मात्र 1 ही विकेट ले सके थे। लेकिन एक विकेट जो उन्होंने लिया था वो काफी अहम था और वो विकेट था सईद अनवर का। सईद अनवर काफी अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे लेकिन जवागल श्रीनाथ ने उनका विकेट चटकाकर भारतीय टीम की राह और आसान कर दी। वहीं भारतीय पारी के आखिर में उन्होंने बल्ले से भी उपयोगी पारी खेली। श्रीनाथ एक समय भारत के सबसे तेज गेंदबाज थे।कहा जाता है कि जिम्बाब्वे के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 157 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की। अपने करियर के ज्यादातर समय तक वो भारत के मुख्य तेज गेंदबाज रहे। वनडे क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले वो अकेले भारतीय तेज गेंदबाज हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक क्रिकेट कमेंट्री भी की। 2010 में उन्होंने कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ा जिसमें वो केएससीए के सचिव चुने गए। इस समय वो आईसीसी के मैच रेफरी हैं।