उस टेस्ट मैच में 3 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था जिनमें से एक जहीर खान भी थे। नॉक आउट कप में जहीर खान ने अपना वनडे डेब्यू किया। उनका डेब्यू काफी शानदार रहा। उस मैच में उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बाद जहीर खान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। यही वजह रही कि जल्द ही उन्हें टेस्ट टीम में भी जगह मिल गई। हालांकि 2005-2006 तक आते-आते जहीर खान का फिटनेस जवाब देने लगा। वो ज्यादातर चोटिल रहने लगे। जिसका उनके क्रिकेट पर बुरा असर पड़ा। हालांकि 2006 में उन्हें एक नई संजीवनी मिली। इंग्लिश काउंटी सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्होंने भारतीय टीम में एक बार फिर से वापसी की। इस बार उनका पेस तो जरुर कम था, लेकिन गेंदबाजी में धार थी। 2015 में जहीर खान ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। हालांकि 2016 में उन्होंने आईपीएल भी खेला। वो दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान थे और मेंटोर भी थे। इसके बाद से जहीर खान क्रिकेट कमेंटरी और पोस्ट मैच एनालिसिस कर रहे हैं।