शिव सुंदर दास एक क्लासिक ओपनर थे। लेकिन विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के टीम में आने के बाद टीम में उनकी जगह जाती रही। दास उड़ीसा से भारतीय टीम में खेलने वाले दूसरे खिलाड़ी थे। पहले खिलाड़ी देवाशीष मोहंती थे, जिन्होंने अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू जिम्बॉब्वे के खिलाफ मैच से किया था। दास नई गेंद के बहुत अच्छे खिलाड़ी थे, लेकिन मात्र 23 टेस्ट मैच तक ही उनका करियर चल सका जो कि उनकी प्रतिभा से बिल्कुल भी न्याय नहीं है। बांग्लादेश के खिलाफ वो टेस्ट मैच उनका पहला टेस्ट मैच था। भारतीय टीम की तरफ से उन्होंने अपना आखिरी मैच साल 2002 में खेला था। हालांकि जनवरी 2013 तक उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखा। हाल ही में उन्होंने चयनकर्ता बनने में रुचि दिखाई थी। लेकिन क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लिए हुए उन्हें अभी 5 साल नहीं हुए हैं इसलिए उनके चयनकर्ता बनने की संभावना खत्म हो गई।