'दादा' या प्रिंस ऑफ कोलकाता भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली को लोग प्यार से इसी नाम से पुकारते हैं। उन्होंने ऐसे दौर में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली जब वर्ल्ड क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का साया छाया हुआ था। 2005 में गांगुली अच्छे फॉर्म में नहीं थे, वहीं दूसरी तरफ नए कोच ग्रेग चैपल से भी उनकी नहीं बन रही थी। इसलिए जल्द ही वो टीम से बाहर हो गए। हालांकि अगले ही साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से उन्होंने धमाकेदार वापसी की और 2008 में संन्यास लेने तक टीम का नियमित हिस्सा रहे। वर्तमान में सौरव गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही वो क्रिकेट कमेंट्री भी करते हैं और फुटबाल लीग, इंडियन सुपर लीग की टीम एटलेटिको डी कोलकाता के सहमालिक भी हैं।
Edited by Staff Editor