ऐसा बहुत कम ही होता है कि एक टीम में एक साथ दो-दो लेफ्ट ऑर्म स्पिनर खेल रहे हों। लेकिन 2000 में खेले गए उस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में सुनील जोशी और मुरली कार्तिक दो लेफ्ट ऑर्म स्पिनर भारतीय टीम का हिस्सा थे। उस मैच में अनिल कुंबले और हरभजन सिंह नहीं खेल रहे थे। हालांकि उस मैच के बाद जोशी मात्र 2 और टेस्ट ही खेल सके। ये टेस्ट मैच उन्होंने जिम्बॉब्वे के खिलाफ खेला था। जोशी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 15 टेस्ट मैच 69 वनडे मैच खेले। इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की टीम के साथ उनका साल 2010 तक कॉन्ट्रैक्ट था लेकिन वो सिर्फ पहले 2 संस्करण तक ही टीम का हिस्सा रहे। अभी सुनील जोशी को अगले दो सीजन के लिए असम रणजी ट्रॉफी का मुख्य चयनकर्ता चुना गया है।
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