भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर न्यूज़ीलैंड के हाथों कभी द्विपक्षीय एकदिवसीय या टीम सीरीज नहीं हारी है लेकिन इस बार भारतीय टीम की इज्जत दांव पर लगी थी। दोनों टीम सीरीज का निर्णायक मुकाबला खेलने कानपुर के मैदान पर उतरी। न्यूज़ीलैंड की टीम ने इस दबाव भरे मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। बल्लेबाजी के लिए अनुकूल इस पिच पर रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली ने शतक जमाये और दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 230 रनों की साझेदारी भी बनाई। इन पारियों की मदद से भारत का स्कोर 337 रनों तक पहुंच गया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर टूट पड़ी और तेजी से रन बनाने लगी। आधे समय तक न्यूज़ीलैंड की पारी पटरी पर दिख रही थी और उनका स्कोर 153/1 था लेकिन उसके बाद युजवेंद्र चहल ने कोलिन मुनरो और कप्तान विलियमसन का विकेट झटक भारत को मैच में वापस ला दिया। उसके बाद भी मध्यक्रम के बल्लेबाजों के छोटे-छोटे योगदान से न्यूज़ीलैंड की पारी पटरी पर लौट आयी लेकिन अंतिम ओवरों में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की सटीक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने सीरीज अपने नाम कर लिया। लेखक- राम कुमार अनुवादक- ऋषिकेश सिंह