मोहम्मद कैफ निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन फाल्डरों में से एक के तौर पर याद किए जाएंगे। कैफ भारतीय क्रिकेट में ज्यादा वक्त नहीं रहे, लेकिन उस कम अंतराल में भी उन्होंने टीम को कुछ यादगार लम्हे दिए। कैफ साल 2000 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के लीडर थे। उनकी टीम में युवराज सिंह भी थे जो, भारतीय टीम में शामिल हुए और आज छोटे फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट के किंग कहे जाते हैं। 1998 सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कैफ का साल 2000 में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा। उन्होंने उस साल, आठ मैचों में 34.57 की औसत से लगभग 270 रन बनाए। मगर सौरव गांगुली की टीम में शामिल किए गए कैफ, भारत को कई मैच अपने बलबूते जिताने के लिए आज भी याद किए जाते हैं। युवराज सिंह के साथ उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं। लेकिन अपने प्रदर्शन को बरकरार रखने में कैफ विफल रहे और इसी के चलते वो भारतीय टीम में लंबे समय तक नहीं टिक सके। रणजी जैसे फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट में मोहम्मद कैफ आज तक खेल रहे हैं। फिलहाल वो छत्तीसगढ़ टीम के कप्तान हैं। कैफ ने भारत की एक बड़ी पार्टी में शामिल होकर राजनीति में भी हाथ आजमाया है।