इंदौर टेस्ट में वापसी पर नजर गढ़ाए हुए न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का मानना है कि तीसरे टेस्ट में पिच स्पिनरों को फायदा पहुंचाएगी। इससे एक बात और भी स्पष्ट हुई कि इश सोढ़ी को नेट्स पर अपनी गेंदबाजी के मिश्रण पर ज्यादा मेहनत करना पड़ी क्योंकि उन्हें मेट हेनरी और नील वैगनर पर तरजीह दी जा सकती है। खेल के बढ़ते हुए पिच पर दरारे पड़ने की संभावना है और इससे मेहमान टीम को अंतिम एकादश में तीन स्पिनरों को आजमाने का मौका मिल सकता है। मगर विलियमसन ने कहा है कि अंतिम फैसला पिच को एक बार और देखने के बाद ही लिया जाएगा। अंतिम एकादश के बारे में बात करते हुए विलियमसन ने कहा कि अगर सोढ़ी को तरजीह दी जाती है तो टीम को मेट हेनरी और नील वैगनर की कमी जरुर खलेगी। हेनरी ने कोलकाता टेस्ट में 105 रन देकर 6 विकेट लिए थे जबकि वैगनर पुरानी गेंद को अच्छे से मूव कराना जानते हैं। विलियमसन ने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'कहना मुश्किल है। कल पिच जब देखी तो पाया कि दोनों तरफ घास नहीं है। इसके साथ मौसम भी बारिश का है और पिच पर नमी बनी हुई है। इसलिए हमें पिच एक बार और देखना होगी। हमें ऐसा फैसला लेना होगा ताकि टीम में संतुलन बने रहे।' पिछले तीन दिनों में इंदौर में भारी बारिश हुई है और यहां का तापमान कोलकाता की तुलना में काफी कम है, जिससे कीवी टीम को फायदा मिलेगा। क्रिकेट लेखक चेतन नरूला ने इंदौर की पिच की फोटो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि यहां की पिच कानपुर के समान लग रही है जो स्पिनरों को मदद करेगी। The pitch for third Test.... Looks a lot like the one in Kanpur. Expected to play out like that too. #IndvNZ #IndvsNZ pic.twitter.com/iyKzgjD3Jb? Chetan Narula (@chetannarula) October 7, 2016 बता दें कि पहले दो टेस्ट में पहली पारी में 300 से अधिक रन बनाने पर टीम ने जीत दर्ज की है, और विलियमसन का मानना है कि अगर न्यूजीलैंड की टीम पहली बल्लेबाजी करती है तो उनके बल्लेबाजों को पहली पारी में 350 रन बनाना होंगे। कीवी कप्तान ने कहा, 'पिछले दो मैचों में हमने सीखा कि अगर पहली पारी में ज्यादा रन बनाते हैं तो टीम को ज्यादा मदद मिलेगी। आपके सामने ऐसी पिच उपलब्ध कराई जा रही है कि पहली पारी में 550 रन बनाना जरुरी नहीं है। आपके लिए थोड़ी कठिनाई जरुर होगी। फिलहाल पहली पारी में 300 से अधिक रन बनाना सफल होने के लिए अच्छा है। यह ऐसी सीरीज है जहां बल्लेबाजों के लिए शतक बनाना सबकुछ नहीं है। बल्लेबाज अगर 80 रन भी बनाता है तो टीम के लिए उपयुक्त योगदान होगा।'