पिछले कुछ समय से बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले मुरली विजय ने रांची टेस्ट में लय हासिल की। विजय कंधे में चोट की वजह से दूसरे टेस्ट में नहीं खेल सके थे। उन्होंने रांची में 183 गेंदों में 10 चौके तथा एक छक्के की मदद से 82 रन की पारी खेली। अंतिम टेस्ट में उनका खेलना तय है। विजय का साथ देने के लिए सीरीज में तीसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर लोकेश राहुल को आजमाया जाना तय है। राहुल ने 56.40 की औसत से 5 पारियों में 282 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने चार अर्धशतक जमाए। वह चौथे भारतीय बल्लेबाज हैं, जिन्होंने एक सीरीज में बिना शतक जमाए चार अर्धशतक जमाए हो। राहुल अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए धर्मशाला में बड़ी पारी खेलने की कोशिश करेंगे। ओपनर के रूप में अभिनव मुकुंद को जगह मिलना मुश्किल है, जिन्हें दूसरे टेस्ट में चोटिल विजय की जगह मौका दिया गया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में वह सिर्फ 16 रन ही बना सके।