5 खिलाड़ी जिनका करियर चोट की वजह से खत्म हो गया

किसी भी खेल में खिलाड़ियों के चोटिल होना एक आम बात है, क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं है। किसी भी खिलाड़ी के लिए चोट से बचे रहना काफ़ी मुश्किल होता है। जब तकनीक इतनी विकसित नहीं थी, तब कई चोट जानलेवा भी साबित होती थी। कई बार ऐसा हुआ है कि चोट का शिकार होने के बाद खिलाड़ियों का करियर बर्बाद हो गया। हांलाकि अभी तकनीक में और सुधार की ज़रूरत है, जिससे खिलाड़ियों को चोटिल होने से बचाया जा सकें। अभी भी कोई ये दावे के साथ नहीं कह सकता कि खिलाड़ी अब पूरी तरह सुरक्षित हैं।चोट किसी भी खिलाड़ी को संन्यास लेने पर मजबूर कर सकती है। कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो यदि चोट का शिकार न होते तो उनका करियर और ऊंचाइयों को छूता। हम यहां उन 5 खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं जो चोट का शिकार हुए हैं और उनके करियर का दुखद अंत हो गया।

#1 मार्क बाउचर (दक्षिण अफ़्रीका)

मार्क बाउचर को 9 जुलाई 2012 को बाएं आंख में बेल से ज़बरदस्त चोट लगी थी, उन्होंने न तो हेल्मेट पहना था और न ही कोई चश्मा। इमरान ताहिर ने समरसेट टीम के जेमाल हुसैन के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी कर रहे थे तब गिल्ली उड़कर बाउचर की बाईं आंख पर लग गई। इसके बाद बाउचर को आंख की सर्जरी के लिए भेजा गया और वो पूरे टूर से बाहर हो गए।चोट काफ़ी गहरी थी, ऐसे में बाउचर ने 10 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। मार्क बाउचर एक बेहतरीन बल्लेबाज़ थे और उससे भी ज़्यादा एक अच्छे विकेटकीपर। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्टंप के पीछे 998 शिकार किए । वो आसानी से 1000 के आंकड़े को पार कर सकते थे, लेकिन एक चोट ने उनके इस ख़्वाब को पूरा करने से रोक दिया। उन्होंने जो दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट के लिए जो योगदान दिया है वो कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

#2 फिल ह्यूज (ऑस्ट्रेलिया)

25 नवंबर 2014 को सिडनी के मैदान में साउथ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच शेफ़ील्ड शील्ड टूर्नामेंट का मैच चल रहा था। ह्यूज़ उस वक़्त 63 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तभी न्यू साउथ वेल्स के सीन एबॉट ने बाउंसर फेंका, ह्यूज़ ने गेंद को हुक करने की कोशिश की, लेकिन गेंद हेलमेट के नीचे गर्दन के पास लगी। एबॉट की गेंद बाें कान के ठीक नीचे लगी। ह्यूज को उसी वक्त सेंट विसेंट अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी सर्ज़री की गई और वो कोमा में चले गए। ह्यूज़ की चोट एक दुर्लभ और दुखद घटना थी, 27 नवंबर 2014 को डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही क्रिकेट के उभरते हुए सितारे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

#3 नाथन ब्रैकेन (ऑस्ट्रेलिया)

नाथन ब्रैकेन बाएं हाथ के लंबे कद के गेंदबाज़ थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से 5 टेस्ट, 116 वनडे और 19 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। तीनों फ़ॉर्मेट मिलाकर उन्होंने 300 के क़रीब विकेट हासिल किए। एक बार उन्होंने आईसीसी रैंकिंग में टॉप स्थान हासिल किया था। साल 2009 में वो ‘ऑस्ट्रेलियन वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर’ चुने गए थे। हालांकि घुटनों की चोट की वजह से उन्हें 31 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा था। ब्रैकेन के मुताबिक उनकी चोट को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गंभीरता से नहीं लिया था जिसकी वजह से एक तेज़ गेंदबाज़ के करियर का अंत हो गया। वो चोट का शिकार न हुए होते तो ऑस्ट्रेलिया के लिए और ज़्यादा योगदान दे पाते।

#4 सबा करीम (भारत)

सैय्यद सबा करीम ने विकेटकीपर के तौर पर भारत के लिए 1 टेस्ट और 34 वनडे मैच खेले। वो भारत के लिए और ज़्यादा मैच खेल सकते थे, लेकिन साल 2000 में विकेटकीपिंग करते वक़्त चोट का शिकार हो गए। वो एक अच्छे विकेटकीपर थे, उनके पास लंबे वक़्त तक टीम इंडिया के लिए खेलने की क़ाबिलियत थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। कुंबले की एक गेंद सबा करीम की आंख में लगी और सबा के करियर का अंत हो गया। #5 क्रेग कीस्वेटर (इंग्लैंड) क्रेग कीस्वेटर इंग्लैंड के खिलाड़ी थे जो अपनी टीम के लिए वनडे और टी-20 में ओपनिंग बल्लेबाज़ी किया करते थे। उन्होंने इंग्लैंड की तरफ़ से 46 वनडे और 25 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। वो एक उभरते हुए सितारे थे। समरसेट टीम की तरफ़ से खेलते हुए वो डेविड विली की गेंद पर चोट का शिकार हो गए थे। विली की गेंद क्रेग की दाएं आंख पर लगी और उनकी आंखों की रोशनी 80 से 85 फ़ीसदी चली गई, ऐसे में उनका रात की रोशनी में खेलना नामुमकिन हो गया।

लेखक- निखिल दत्ता, अनुवादक- शारिकुल होदा

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