अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच को खराब पिच के चलते सबसे कम रेटिंग दिए है। एशेज सीरीज का चौथा टेस्ट मेलबर्न की खराब पिच के कारण ड्रॉ रहा था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दौरान खिलाड़ियों और कमेंटेटर ने पिच को लेकर नाराजगी जताई थी। इसके चलते आईसीसी के मैच रेफरी रंजन मदुगाले ने खराब पिच की आधिकारिक रिपोर्ट बना कर स्पोर्ट्स गवर्निंग बॉडी को सौंपी थी। ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट स्थानों पर यह पहली बार रहा कि किसी पिच को आईसीसी ने ख़राब पिच के लिए कम रेटिंग दी। आईसीसी के नियमों के अनुसार खराब पिच को लेकर चेतावनी देकर जुर्माना लगाया जाता रहा है लेकिन नए नियमों के अनुसार पिच के खराब होने या पूरी तरह से तैयार न होने पर डिमेरीट पॉइंट्स दिए जायेंगे, जिसके कारण मैदान को भविष्य में निलंबित भी किया जा सकता है। पिछले साल आईसीसी ने भारत के पुणे मैदान पर खेले गए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच के दौरान पिच को खराब रेटिंग दी थी। रंजन मदुगाले ने अपनी रिपोर्ट में पिच को लेकर लिखा कि एमसीजी की पिच पर बाउंस मध्यम था और साथ ही तेज गेंदबाजी में गति कम देखने को मिली और दिन प्रतिदिन तेज गेंदबाजी और भी ज्यादा धीमी होती चली गई। पिच का मिजाज पांचो दिन तक नहीं बदला था और साथ ही नेचुरल बदलाव भी नहीं देखने को मिला। इस तरह की पिच से मैच में बल्ले और गेंद का किसी भी प्रकार मुकाबला नहीं देखने को मिलता है। बल्लेबाजों के लिए कुछ ख़ास नहीं था, तो गेंदबाज भी विकेट लेने में असफल रहे थे। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड विश्व का सबसे बेहतरीन क्रिकेट मैदान है। यहाँ हर साल ऑस्ट्रेलिया विपक्षी टीम के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेलती है। साथ ही साल 2015 में हुए विश्व कप का फाइनल मुकाबला भी इसी मैदान पर खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन तक़रीबन 88 हज़ार लोगों ने मैच का लुत्फ़ उठाया था।