क्रिकेट के खेल में टीम वर्क काफी जरूरी होता है। किसी टीम को मैच जीतने के लिए जरूरी है कि उसके 11 के 11 खिलाड़ी फॉर्म में हों और मैदान पर हर कदम पर अपना कमाल दिखाए। इन खिलाड़ियों में बल्लेबाज, गेंदबाज से लेकर फील्डर तक की अपनी एक अलग भूमिका होती है। वहीं विकेट के पीछे मौजूद दस्ताने पहने हर आने वाली गेंद के लिए चौक्कना रहने वाले विकेटकीपर की भी टीम में अपनी एक अलग भूमिका होती है। किसी भी क्रिकेट टीम में विकेट के पीछे टीम को संभाले रखने के लिए विकेटकीपर का योगदान काफी अहम माना जाता है। मैच जीतने के लिए विकेटकीपर विकेटों के पीछे सचेत रहकर अपनी भूमिका निभाता है। एकदिवसीय क्रिकेट में तेजी से बदलाव आ रहा है और इस तेजी में मैदान पर भी खिलाड़ियों में काफी बदलाव देखे गए हैं। अब हर टीम को फुर्तिले विकेटकीपर की तलाश रहती है जो पलक झपकते ही पिच पर मौजूद बल्लेबाज का काम तमाम कर दे। आइए यहां जानते हैं उन शीर्ष 5 टीमों को जिनके पास एकदिवसीय क्रिकेट में गुणवत्ता वाले विकेटकीपर देखे गए हैं। इस सूची में विकेटकीपर का चयन करने के लिए मानदंडों को भी ध्यान में रखा गया है जिनमें खिलाड़ी का लंबा करियर, करियर में कम से कम 50 एकदिवसीय मुकाबलों में 20 की औसत से 1000 रन पूरे करने को शामिल किया गया है।
#5 इंग्लैंड
क्रिकेट के खेल में इंग्लैंड के पास कई विकेटकीपर हुए हैं जिन्होंने स्टंप्स के पीछे बेहतरीन काम किया है। वर्तमान में इंग्लैंड के पास एकदिवसीय क्रिकेट में जोस बटलर के रूप में शानदार विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद हैं। अपने खेल से जोस बटलर टीम में अहम योगदान दे रहे हैं। इसके अलावा इंग्लैंड में जोनी बेयरस्टो के रूप में भी शानदार विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद हैं जो कि कई बार मैदान पर लोगों को आश्चर्य में डाल चुके हैं। वहीं इंग्लैंड की टीम में पहले 90 के दशक में एलेक स्टीवर्ट जैसा बेहतरीन विकेटकीपर भी टीम में रह चुका है। इंग्लैंड की टीम में पिछले कुछ सालों में मैट प्रायर और क्रेग किस्वेटर जैसे विकेटकीपर बल्लेबाजों ने भी अपने अंदाज में टीम का साथ निभाया है। जोस बटलर: मैच - 109, रन - 2816, औसत - 38.05 एलेक स्टीवर्ट: मैच - 160, रन - 4677, औसत - 33.48 क्रेग किस्वेटर: मैच - 46, रन - 1054, औसत - 30.11
#4 श्रीलंका
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम में कई विकेटकीपर बल्लेबाज हुए हैं। इनमें पूर्व कप्तान कुमार संगकारा के नाम विकेटकीपिंग करते हुए कई रिकॉर्ड दर्ज है। श्रीलंकाई क्रिकेट टीम में काफी लंबे समय तक कुमार संगकारा ने विकेटकीपिंग की। विकेट के पीछे कुमार संगकारा की विकेटकीपिंग देखते ही बनती थी। इसके अलावा कलुविथरान ने भी विकेटकीपिंग में श्रीलंकाई की ओर से इतिहास कायम किया है। वहीं दिनेश चंडीमल ने भी श्रीलंकाई विकेटकीपिंग में अच्छी तरह से सेवा दी है। इस बीच निरोशन डिकवेल और कुसल परेरा जैसे आक्रामक स्ट्रोक खिलाड़ियों ने भी विकेटकीपिंग करते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षिक किया है। कुमार संगकारा: मैच - 404, रन - 14234, औसत - 41.99 रोमेश कालुविथाराणा: मैच - 18 9, रन - 3711, औसत - 22.22
#3 ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम में वनडे मुकाबलों में एडम गिलक्रिस्ट ने एक लंबे समय तक विकेटकीपिंग की है। ओडीआई में गिलक्रिस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका में क्रांति लाने वाले खिलाड़ी के तौर पर देखे जाते हैं। गिलक्रिस्ट के बाद ब्रैड हैडिन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अच्छा काम किया। आक्रामक बल्लेबाज होने के साथ ही हैडिन विकेट के पीछे भी काफी चुस्त बने रहते हैं। हाल के कुछ सालों में टिम पेन और मैथ्यू वेड ने कंगारुओं की टीम में बल्ले के साथ विकेटकीपिंग में भी टीम के लिए अहम भूमिका निभाई है। वहीं 90 के दशक के दौरान इयान हेली के रूप में ऑस्ट्रेलिया के पास एक अच्छा विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद था जो स्थितियों को आसानी से समझ लेता था। एडम गिलक्रिस्ट: मैच - 287, रन - 9619, औसत - 35.89 ब्रैड हैडिन: मैच - 115, रन - 3121, औसत - 31.53 मैथ्यू वेड: मैच - 94, रन - 1777, औसत - 25.75 इयान हेली: मैच - 168, रन - 1764, औसत - 21.00
#2 भारत
भारतीय क्रिकेट टीम में एकदिवसीय मुकाबलों में महेंद्र सिंह धोनी ने विकेटकीपर के रूप में सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह बनाई है। स्टंप के पीछे धोनी जितना फुर्तिला शायद ही दूसरा कोई ओर खिलाड़ी देखने को मिलेगा। धोनी ने कई बार सिर्फ अपनी लाजवाब विकेटकीपिंग के दम पर मैच का रुख पलटकर रख दिया है वहीं भारतीय टीम में दिनेश कार्तिक, भरोसेमंद राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों ने भी विकेटकीपिंग में अपना जलवा दिखाया है। पूरानी भारतीय टीम में सैयद किर्मानी, किरण मोरे और नयन मोंगिया जैसे विकेटकीपर भी हुए हैं, जिन्होंने सीमित ओवरों में 'मेन इन ब्लू' के लिए शानदार खेल दिखाया है। वर्तमान में विकेटकीपिंग का भारतीय भविष्य सुरक्षित हाथों में दिखता है क्योंकि ऋषभ पंत, केएल राहुल जैसे विकल्प भारत के लिए तैयार हो रहे हैं। एमएस धोनी: मैच - 318, रन - 9967, औसत - 51.38 राहुल द्रविड़: मैच - 318, रन - 10889, औसत - 39.17 नयन मोंगिया: मैच - 140, रन - 1272, औसत - 20.1 9
# 1 दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के बारे में बात करें और मार्क बाउचर का नाम न लें, ऐसा हो नहीं सकता। बाउचर ने विकेट के पीछे शानदार खेल दिखाया है और विश्व क्रिकेट में इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाया है। इसके अलावा साउथ अफ्रीका की टीम में बल्लेबाजी प्रतिभा से भरपूर एबी डिविलियर्स जैसा विकेटकीपर भी देखने को मिला है। वहीं क्विनटन डी कोक ने भी विकेटों के पीछे काफी प्रभावित किया है। मार्क बाउचर: मैच - 295, रन - 4686, औसत - 28.57 क्विंटन डी कॉक: मैच - 90, रन - 3860, औसत - 45.41 एबी डीविलियर्स: मैच - 228, रन - 9577, औसत - 53.50 लेखक: गौतम लालोत्रा अनुवादक: हिमांशु कोठारी