वैसे तो आईपीएल-9 दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए कुछ खास अच्छा नहीं रहा। पर राहुल द्रविड़ की निगरानी में खेलते हुए इस टीम से कुछ ऐसे युवा खिलाड़ी उभर कर सामने आए हैं जो भविष्य में भारतीय टीम का सितारा बन सकते हैं। इन युवा खिलाड़ियों में से एक नाम है करुण नायर। नायर जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाज़ी से राहुल द्रविड़ के साथ साथ पूरे भारत वर्ष को अपनी बल्लेबाज़ी का दीवाना बना दिया है। कर्नाटक की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हुए अपने 4 साल के करियर में इन्होंने 32 फ़र्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें 52.78 की औसत से शानदार 2481 रन बनाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम में अपना पहला कदम रखते हुए नायर 3 वनडे और 2 टी-20 मैच की सीरीज़ के लिए ज़िम्बाब्वे दौरे पर जा रहे हैं। एम एस धोनी की कप्तानी में जा रही इस युवा टीम में सभी की निगाहें इस बल्लेबाज़ के प्रदर्शन पर होगी। अब देखना ये है कि क्या नायर खुद को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी साबित कर पाएंगे या नहीं? मंत्री स्क्वायर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बात करते हुए इस 24 वर्षीय बल्लेबाज़ ने दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ अपने पहले आईपीएल सीज़न के बारे में बताया कि किस तरह उन्होंने इस टीम में एक अहम भूमिका निभाई है। स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ ख़ास बातचीत में संवाददाता शंकर नारायण के सवालों का जवाब करुण नायर ने कुछ इस अंदाज़ में दिया। सवाल: दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ ये आपका पहला साल था, नया सेट अप और सभी नए खिलाड़ी। उनके साथ आपका अनुभव कैसा रहा? जवाब: मुझे लगता है कि ये मेरे लिए एक बेहतरीन अनुभव था, मगर सच कहूँ तो मुझे लगता है कि मैं इससे और भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता था। मुझे शानदार शुरुआत तो मिली पर मैं उन्हें बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाया। टीम के नज़रिये से देखा जाए तो हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, किसी को हमसे इतनी उम्मीदें नहीं थीं। कुछ मैचों को हम जीत में बादल नहीं पाये और वही हमारे प्ले-ऑफ से बाहर होने का कारण भी बना। सवाल: व्यक्तिगत रूप से अगर देखा जाए तो आपकी सबसे बेहतरीन पारी हैदराबाद के विरुद्ध थी। जब आखिरी ओवर में 13 रन की ज़रूरत थी और सामने गेंदबाजी पर बेहतरीन फॉर्म में चल रहे भुवनेश्वर कुमार थे, जिन्होंने डेथ ओवर्स में कमाल का प्रदर्शन किया था। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे? जवाब: सच कहूँ तो मैंने खुद पर उस वक़्त काफी धीरज रखा हुआ था और गेंद के मुताबिक ही खेलने का सोच रहा था। पर शुरूआती ओवरों में हमें उतना अच्छा स्टार्ट नहीं मिला था पर हमने विकेट बचाई राखी जिसका हमें फायदा हुआ और दबाव गेंदबाज पर डाले रखा। मैंने खुद पर सय्यम रखा और भुवी की दूसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद मुझे काफी आत्मविश्वास मिल गया और मैंने टीम को जीत के पार पहुंचा दिया। सवाल: आपने घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाए थे जिसको देखते हुए आपको श्रीलंका दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना गया। टीम में चयन की खबर सुनकर आपको कैसा लगा? जवाब: हाँ बिल्कुल वो मेरे लिए एक बहुत बड़ी खुशी की बात थी। हर कोई चाहता है कि उसे टेस्ट मैच खेलने का मौका मिले। और मेरी खुशी उस वक़्त दुगुनी हो गई जब मुझे मेरे चयन की ख़बर मेरे आदर्श राहुल द्रविड़ ने दी। वो मेरे लिए कभी ना भूलने वाला पल है जो मेरे लिए एक बेहतरीन अनुभव भी साबित हुआ है।