क्रिकेट जगत ने पिछले कुछ दशक में कई महान खिलाड़ियों को जन्म दिया है। चाहे वो गेंदबाज़ हों या गेंदों को मैदान से बाहर भेजने वाले बल्लेबाज़ सभी अपने शानदार प्रदर्शन और जानदार रिकॉर्ड की वजह से लोगों के दिलों में हमेशा के लिए बस चुके हैं। ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों में से एक हैं भारत के खब्बू बल्लेबाज़ युवराज सिंह जिनके नाम छह गेंदों में लगातार छह छक्कों का अद्भुत रिकॉर्ड दर्ज है। चाहे वनडे मैच हो या फिर टी20 इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए जो प्रदर्शन किये हैं वो वाकई में काबिले तारीफ है और उसका कोई सानी नहीं। स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान इस भारतीय दिग्गज ने कई अहम बातों का खुलासा भी किया जिसे सुनकर इस खिलाड़ी के लिए दिल में इज्ज़त और भी बढ़ गई। युवी से उनकी पहली वनडे पारी के बारे में पूछने पर उनका जवाब कुछ इस तरह रहा “मैं जब बल्लेबाज़ी करने उतरा तो सौरव गांगुली ने मेरे कानो में एक बात कही और वो ये कि जाओ और जाकर अपना प्राकृतिक खेल खेलो और कोशिश करो कि आखिरी तक खेलना, दादा की इन बातों ने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया और मैं 80 रन बनाने में कामयाब रहा”। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस क्वार्टर फाइनल मैच को 20 रनों से जीता था। युवी से जब पूछा गया कि आपकी सबसे यादगार पारी कौन कौन सी है तो उनका जवाब था कि इस फेहरिस्त में कई पारियां आती हैं। इंग्लैंड के विरुद्ध नैटवेस्ट फ़ाइनल मैच जिसमें मैंने 69 रन बनाया था, 2007 का वर्ल्ड टी20 मैच जिसमें छह चक्के लगाये थे और 2011 का वर्ल्ड कप क्वार्टरफाइनल मैच जिसमें ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 59 रनों की वो नाबाद पारी मेरी अनमोल पारियों में से एक हैं। जब युवी से छह गेंदों में छह छक्कों के बारे में पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि आपके बाद कौन ये कारनामा कर पायेगा तो उसपर युवी ने मुस्कुराते हुए कहा “हालांकि वेस्टइंडीज़ के सलामी बल्लेबाज़ एविन लेविस इसके काफी करीब थे पर मेरा मन्ना है कि वेस्टइंडीज़ के खब्बू बल्लेबाज़ क्रिस गेल ही इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं”। मौजूदा दौर के सबसे बड़े बल्लेबाज़ के बारे में पूछे जाने पर युवी ने कहा कि “मेरा मानना है कि इस फेहरिस्त में विराट कोहली, एबी डीविलिअर्स, जो रूट और केन विलियम्सन सभी सामान हैं,किसी एक को चुनना बेहद मुश्किल होगा”। युवराज सिंह भारत के लिए बड़े मैच विनर खिलाड़ी रहे हैं जिन्हें दुनिया आज भी अपना हीरो मानती है।