पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता होने के नाते सरकार द्वारा इंजमाम उल हक़ को 10 मिलियन डॉलर देकर सम्मानित करने पर विवाद होने के बाद इंजमाम ने खुद का बचाव किया है। उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में चिर-प्रतिद्वन्द्वी भारत को फाइनल में हराने के बाद सम्मान देने का फैसला किया गया था। इस 47 वर्षीय पूर्व कप्तान ने कहा कि यह नकद राशि उनकी और टीम की पिछले कुछ वर्षों की मेहनत को दर्शाती है और परिणाम भी सामने है। बकौल इंजमाम "हमने यह इनाम देने के लिए नहीं कहा था। लेकिन इसे एक मुद्दा बना देना काफी निराशाजनक है। इसमें कोई कारण भी नहीं है।" आगे उन्होंने कहा "चयनकर्ताओं को उनके कार्य के लिए श्रेय मिलना चाहिए। चयन समिति द्वारा चुनी गई टीम ने इंग्लैंड में पिछले वर्ष परिणाम दर्शाया था और वेस्टइंडीज में 70 वर्षों बाद सीरीज जीती और अब चैम्पियंस ट्रॉफी भी जीती है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सरफराज अहमद का नाम वन-डे कप्तान के रूप में उनकी समिति ने ही आगे किया था। उनके अनुसार "बोर्ड को राष्ट्रीय वन-डे टीम के कप्तान के रूप में सरफराज अहमद का नाम हमारी समिति ने ही सुझाया था।" गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा इंजमाम उन हक़ को अप्रैल 2016 में चयन समिति का मुखिया बनाया गया था। इससे पहले अफगानिस्तान के हेड कोच की भूमिका भी वे निभा चुके हैं। वकार के कोच पद से इस्तीफ़ा देने के बाद पाक क्रिकेट में उतार-चढ़ाव की आशंका थी। शाहिद अफरीदी ने टी20 कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था तब इंजमाम को चयन समिति में शामिल किया गया था। उस समय पाक की टीम टी20 विश्वकप में भी हारकर बाहर हो गई थी। और अफरीदी ने पद छोड़ दिया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान की टीम ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब जीता है। पहला मैच भारत से हारने के बाद सभी मुकाबले जीतते हुए पाक चैम्पियन बन गया। फाइनल में उन्होंने भारत को हराया था। इसके बाद वन-डे कप्तान सरफराज अहमद को टेस्ट कप्तान भी बना दिया गया था।