शाहिद आफरीदी को मिलना चाहिए था एक फेयरवेल मैच: इंज़माम

एक लम्बे समय से चल रहा पकिस्तान के हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद आफरीदी के संन्यास का मुद्दा अब जाकर ख़त्म हुआ। पाकिस्तानी समर्थकों को अपने इस दिग्गज खिलाड़ी को लेकर तब बुरा लगा जब पीसीबी ने उन्हें फेयरवेल मैच न देने का फैसला किया। शहीद आफरीदी ने जो बुलंदी पकिस्तान क्रिकेट टीम को दिलाई है वो किसी बड़े ख्वाब से कम नहीं थी। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंज़माम-उल-हक़ का मानना है कि “इस दिग्गज खिलाड़ी को एक फेयरवेल मैच मिलना चाहिए था और उन्हें सम्मान के साथ क्रिकेट जगत को अलविदा कहने का मौका देना चाहिए था। पाकिस्तानी क्रिकेट इतिहास में आफरीदी के नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं जिसे भुलाया नहीं जा सकता”। अपनी विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर बूम बूम आफरीदी के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में करीब 8000 रन और 395 विकेट दर्ज हैं जो उनके शानदार प्रदर्शन का गवाह है। इंज़माम के मुताबिक़ शाहिद आफरीदी को एक फेयरवेल मैच मिलना चाहिए था ताकि वो अपने संन्यास को ठीक तरह से लोगों के सामने प्रस्तुत कर सकें। “हमारे यहां खिलाड़ियों के संन्यास का कोई चलन नहीं है जिनसे खिलाड़ियों के लिए ये फैसला लेना मुश्किल हो जाता है कि कब उन्हें क्रिकेट को अलविदा कह देना चाहिए। मेरा मानना है कि जिन्होंने देश के लिए इतना कुछ किया है उन्हें कम से कम एक सम्मानजनक विदाई तो मिलनी चाहिए”: शाहिद आफरीदी आफरीदी ने साल 1996 में नैरोबी में केन्या के विरुद्ध एक वनडे मैच के दौरान अपना डेब्यू किया था। बूम बूम आफरीदी के नाम से मशहूर इस हरफनमौला खिलाड़ी के नाम सभी फ़ॉर्मेट को मिलकर कुल 523 अंतर्राष्ट्रीय मैच दर्ज है, ऐसा करने वाले आफरीदी दुनिया के छठे खिलाड़ी हैं। इससे एक बात तो तय है कि अब ऐसा लग रहा है के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बूम बूम आफरीदी की गूंज शायद ही अब कभी स्टेडियम या टीवी पर सुनाई दे। पकिस्तान टीम हाल में वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध टी20 मैच की सीरीज खेलने वाली है लेकिन पाकिस्तानी समर्थकों के लिए ये सीरीज काफी फीकी रहेगी क्योंकि उनके बूम बूम आफरीदी अब क्रिकेट के मैदान पर छक्कों की बारिश करते नज़र नहीं आयेंगे।

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