आईपीएल का ग्रुप चरण अब खत्म हो चुका है और टॉप चार टीमें ट्रॉफी के लिए आपस में भिड़ेंगी। बाकी चार टीमें अगले साल अपनी किस्मत आजमाएंगी और जो ग़लती इस साल हुई है, उसमे सुधार करना चाहेंगी। मुंबई इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स, राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स और किंग्स इलेवन पंजाब जो प्लेऑफ मे पहुंच नहीं पाईं। वो अगले साल अपनी गल्तियों में सुधार कर बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी । इन टीमों के पास अपने अपने मौके थे, पर वो इसका फायदा नही उठा पाये। फिर भी इनमें से कुछ खिलाड़ी थे जिन्होंने अपने प्रदर्शन से दर्शकों के बीच अपनी छाप छोड़ी। बाहर हुई टीमों मे से बेस्ट इलेवन: #1 क्विंटन डी कॉक साउथ अफ्रीका के युवा विकेट कीपर बल्लेबाज़, जिन्होंने इस साल 13 मैचो मे 37.08 की औसत से 445 रन बनाए। उन्होंने आईपीएल 2016 का पहला शतक भी बनाया , जबकि आरसीबी के ख़िलाफ़ चेज करते हुए आया। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी काबिलियत से सबका मन जीता, साथ मे ही यह भी दिखाया की उनको इतना क्यों माना जाता है। उन्होंने इस साल दोनों तेज़ और स्पिन गेंदबाजो के खिलाफ कुछ अद्भुत शॉट खेले। वह अपनी टीम को प्लेऑफ तक नही ले जाए पाये। आईपीएल इस युवा खिलाड़ी को याद रखेगा। 2. अजिंक्या रहाणे राइज़िंग पुणे सुपरजांयट्स की लड़खड़ाती टीम के लिए बस रहाणे ही उम्मीद की किरण रहे, जिसपे वो निर्भर कर सकते है। रहाणे ने इस साल 43.63 की औसत से 480 रन बनाए। उन्होंने इस साल छ: अर्धशतक भी लगाए और अपनी फ़ॉर्म को साबित किया। रहाणे ने टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाई, साथ में वह एक बेहतरीन फील्डर भी हैं जो फील्ड मे कुछ अहम रन भी रोक सकते हैं,जो किसी भी टीम के लिए बहुत ज़रूरी है। 3. रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा जिन्होंने इस साल 44.85 की औसत से 489 रन बनाए। साथ ही इस साल मुंबई ने जितने भी मैच जीते उसमें रोहित ने अहम भूमिका निभाई। वह मुंबई को प्ले ऑफ मे ले जाने से चूक गए, अहम मौको पर उनकी टीम पीछे रह गयी। रोहित को इस टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है, क्योंकि उनकी कप्तानी का रिकॉर्ड शानदार है साथ ही में वह मुंबई को 2013 और 2015 मे दो बार ट्रॉफी जिताई है। उनकी कप्तानी की काफ़ी प्रशंसा हुई है। 4. करुण नायर दिल्ली डेयरडेविल्स के युवा टैलेंटेड बल्लेबाज़ ने इस साल आईपीएल में अपनी बल्लेबाज़ी से सबको प्रभवित किया। नायर ने 2014-15 रणजी ट्रॉफी फ़ाइनल मे शानदार तिहरा शतक बनाया। उन्होंने इस साल आईपीएल मे 357 रन बनाए। इसी प्रदर्शन की बदौलत उन्हें भारतीय टीम के ज़िम्बाबवे दौरे के लिए टीम में चुना गया है। 5. क्रुणाल पांड्या बड़ौदा के इस ऑल राउंडर को अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर इस आईपीएल की खोज के रूप मे देखा जा रहा है। उन्होंने अपने भाई हार्दिक पांड्या के खराब गुज़रे आईपीएल को छुपा लिया। क्रुणाल ने इस साल 191.12 की ज़बरदस्त स्ट्राइक रेट से 12 मैचों में 237 रन बनाए । पांड्या ने गेंद से भी 6 विकेट ली थी। गत विजेता मुंबई इंडियंस जो इस साल गुजरात लायंस के खिलाफ अंतिम मैच गंवाकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई, उनके लिए क्रुणाल ही एक उम्मीद रहे। 6. ऋषभ पंत दिल्ली का युवा खिलाड़ी, जोकि भारत की अंडर 19 वर्ल्डकप टीम का भी हिस्सा थे इस साल। पंत ने अपने टैलंट से सबका ध्यान अपनी और खींचा। यह आकर्षक बाए हाथ का बल्लेबाज़ बेस्ट एमेर्जिंग प्लेयर अवार्ड की दौड़ में भी शामिल है । 18 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज़ के पास सारे शॉट्स है, और इस साल दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए कुछ अहम पारियां भी खेली हैं। पंत ने जिस तरह गुजरात लायंस की गेंदबाजी को खिलौना बना दिया था। उस मैच में उन्होंने अपनी पहली फिफ्टी भी लगाई थी। इस टैलेंटेड बल्लेबाज़ ने इस साल 10 मैचो में 198 रन बनाए। इस साल उनकी पारियों से सेलेक्टर्स की नज़र जरूर पड़ेगी। 7. क्रिस मॉरिस मॉरिस निश्चित ही इस साल आईपीएल ग्रुप स्टेज के सबसे बड़े स्टार थे। इस प्रोटियाज़ ऑलराउंडर ने गेंद और बल्ले दोनों से सबको इम्प्रेस किया। मॉरिस ने इस साल दिल की धड़कन रोक देने वाली सबसे अच्छी पारी खेली। गुजरात के ख़िलाफ़ उस पारी मे क्रिस ने मात्र 32 गेंदो पर 82 रन बनाए। मॉरिस ने इस साल 13 विकेट सहित 195 रन भी बनाए। वो सबसे वैल्यूबल प्लेयर की दौड़ में भी शामिल हैं। 8. अमित मिश्रा अनुभवी मिश्रा ने एक बार फिर अपनी फिरकी का जादू दिखाया। वो दिल्ली के एक मुख्य स्पीनर थे और उन्होंने अपना काम बखूबी निभाया। अमित ने बल्लेबाज़ों को पूरे टाइम दुविधा मे ही रखा, खासकर जिस तरह बीच के ओवर में उन्होंने रन रोकने के साथ विकेट लेने का काम किया वह शानदार था। मिश्रा ने इस साल 13 विकेट हासिल की और एक बार फिर साबित किया कि क्यों उन्हें बड़ा गेंदबाज़ कहा जाता है। 9. मिचेल मैक्लेनाघन न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ इस साल भी पर्पल कप जीतने की दौड़ में शामिल रहे, उन्होंने मुंबई के लिए सबसे ज्यादा विकेट ली। उन्होेने इस साल अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 17 विकेट ली। मैक्लेनाघन डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई को प्लेऑफ तक ले जा सकते थे, लेकिन टीम एक यूनिट के तौर पर खेली ही नहीं पाई। पर इस कीवी पेसर को उनकी विकेट लेने की आदत के कारण, हर टीम लेना चाहेगी। 10. संदीप शर्मा किंग्स इलेवन पंजाब के इस तेज़ गेंदबाज ने सबको प्रभावित किया। उनकी नई गेंद से स्विंग कराने की काबिलियत ही उनकी ताक़त है , पर उनका रिकॉर्ड डेथ में भी शानदार रहा। शर्मा ने सटीक यॉर्कर्स के साथ धीमी गेंदो के अच्छे मिश्रण से बल्लेबाज़ों को द्वंध मे रखा। संदीप ने इस साल 14 मैचो मे 7.32 की इकोनॉमी रेट से 15 विकेट ली। वह पंजाब के लिए इस साल सबसे बढ़िया गेंदबाज रहे हैं। 11. एडम ज़म्पा 24 वर्षीय ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर ने आईपीएल 2016 में मानो धमाल ही मचा दिया हो, जब उन्होंने सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ आईपीएल के इतिहास मे दूसरा सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया। एडम ने उस मैच मे 19 रन देकर 6 विकेट हासिल की थी। उनका इतना अच्छा प्रदर्शन टीम के काम न आया और पुणे वह मैच हार गयी। जम्पा को इस टूर्नामेंट मे सभी ने सराहा खासकर उनकी टीम के कप्तान एमएस धोनी ने। जम्पा ने इस साल 6 मैचों मे 12 विकेट झटकीं, और वह भी 6.76 की इकोनॉमी से। उन्होंने पुणे की गेंदबाजी की समस्या को थोड़ा दूर किया और अगले साल इस प्रदर्शन को दोहरना चाहेंगे। लेखक- पल्लब चटर्जी, अनुवादक- मयंक महता