बहुत से क्रिकेट के जानकार क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट को अच्छा नहीं मानते हैं। उनके लिए टेस्ट मैच ही आज भी सबसे अच्छा प्रारूप है। लेकिन इसका सबसे बड़ा आलोचक भी ये बात मानेगा की इस प्रारूप से फील्डिंग में काफी सुधार हुआ है। इससे पहले वनडे क्रिकेट में खिलाड़ी डाइव मारकर गेंद को रोकते थे। लेकिन टी-20 में फील्डिंग का लेवल और ऊंचा उठ गया है। इसी साल के आईपीएल में कई ऐसे मौके आये हैं। जब फील्डर ने बाउंड्री लाइन पर कैच पकड़कर सभी को हैरानी में डाल दिया है। कई ऐसे मौके आये जब एक खिलाड़ी ने कैच को पकड़ा लेकिन खुद के बाउंड्री के अंदर जाने से पहले गेंद को दूसरे फील्डर के हाथ में फेंक दिया। जिसके बाद वह कैच पूर हुआ। शेन वॉट्सन और डेविड वीस, सुरेश रैना और आंद्रे रसेल, क्रिस लिन ऐसे कुछ खिलाड़ी थे। जिन्होंने इस बार फील्डिंग में कमाल किया है। यही ट्रेंड अगर बरकरार रहा तो आने वाले समय में डाइविंग और स्लाइडिंग की तरह ही जगलिंग भी आम हो जायेगा। लेखक: आदित्य भूषण, अनुवादक: मनोज तिवारी