बांग्लादेश से युवा तेज गेंदबाज मुस्ताफिजूर रहमान आईपीएल में शानदार प्रदर्शन भले ही कर रहे हों लेकिन वो मैच अधिकारियों के लिए परेशानी बढ़ा रहे हैं। इस साल अंपायरिंग कर रहे कुछ अंपायरों का कहना है कि पिच पर मुस्ताफिजूर की ज्यादा मूवमेंट से उनको एलबीडब्लू के फैसले लेने में दिक्कत पेश आती है। अंपायरों का कहना है कि 20 साल के इस गेंदबाज की बॉलों को सही से जज करने में काफी दिक्कत आती है। मिस्ताफिजूर ज्यादातर मिडल-लेग स्टंप पर आक्रामण करते हैं। जिसकी वजह से अंपायरों के मन में संदेह हो जाता है। अंपायर सही फैसला लेने में कामयाब नहीं रहते। इस मुद्दे पर एक मैच अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, "रहमान के पास काफी सारी विविधताए हैं और वो बॉल में अच्छे से स्विंग कराते हैं। वो ऑफ कटर्स का भी अच्छा इस्तेमाल करते हैं। उनकी लाइन ऑफ स्टम्प या लेग स्टंप रहती है। वो मिडल स्टंप बॉलर नहीं है। पिछले साल डैब्यू करने के बाद से मुस्ताफिजूर ने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। पिछले एक साल में वो टी-20 के सबसे अच्छे गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया है। उनकी टीम के खिलाड़ी ने उनका नाम द फिज रखा है। बांग्लाादेशी बल्लेबाज अनामुल हक बिजॉय का कहना है कि वो मुस्ताफिजूर को कुछ सालों से खेल रहे हैं। लेकिन वो अपने गेंदों से आज भी दिक्कत पेश करते हैं। मुस्ताफिजूर ने पिछले साल अप्रैल में पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल मैच में डैब्यू किया था। उसके बाद से वो बांग्लादेश टीम का अहम हिस्सा है। उन्होंने भारत के खिलाफ सीरीज जीत में अहम योगदान निभाया था। तीन मैचों में से वो 2 में मैन ऑफ द मैच चुने गए। पिछले साल हुए आईपीएल ऑक्शन में हैदराबाद की टीम ने उन्हेंं खरीदा था। इस बार के आईपीएल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। मुस्ताफिजूर अब तक 11 मैचों में 13 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। उनकी गेंदबाजी की सबसे अच्छी बात ये है कि वो काफी किफायती रहे हैं। मुस्ताफिजूर की ताकत स्विंग और कटर गेंदेें हैं। वो 140 से ज्यादा की स्पीड पर यॉर्कर डाल सकते हैं। जिनको खेल पाना किसी के लिए भी काफी मुश्किल हो सकता है।