आईपीएल फ़ाइनल के पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के टाइम पर एक यादगार पल तब आया जब विराट कोहली ने प्रेज़ेंटर संजय मांजरेकर को विनिंग टीम पर फोकस रखने को कहा। पूरे टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाज़ी के दम पर सबका दिल जीतने वाले 27 वर्षीय भारत के टेस्ट कप्तान नें मैदान के बाहर भी अपनी मैच्योरिटी से सबका दिल जीता। लाख कोशिश के बावजूद वो हैदरबाद के हाथों मिली फ़ाइनल में हार से मिले दुख को वो छुपा नहीं पा रहे थे, और उनके चहरे पर यह साफ दिख भी रहा था। विराट ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर संतुष्टि दिखाई। प्रेजेंटेशन के टाइम पर उन्होने कहा, "रिकोर्ड्स तोड़ने के लिए ही बने है। अगर किसी का अच्छा सीजन रहा तो वो आसानी से यह रिकॉर्ड तोड़ पाएगा। मैंने इस बार पारी की शुरुआत की इसलिए मैं यह कर पाया, अगर मैं 3-4 पर आता तो मेरे लिए यह कर पाना बहुत मुश्किल होता"। विराट ने आगे जोड़ते हुए कहा,"रन बनाके हमेशा अच्छा लगता है, इसलिए ही हम फ़ाइनल तक पहुँच पाये। मुझे पता है कि मैं गेंद को अच्छा हिट कर रहा हूं। मेरी हर बार कोशिश टीम के लिए अच्छा करने पर होती हैं"। विराट के चेहरे पर टूर्नामेंट ना जीत पाने का मलाल साफ देखा जा सकता था। उन्होने कहा भी था कि हम यह बैंगलोर के लोगों के लिए जीतना चाहते थे, पर हम यह ना कर सके। मैच के टर्निंग पॉइंट के पूछे जाने पर कोहली ने कहा, "मेरा और एबी का साथ में आउट होना टीम के लिए बड़ा झटका रहा। अगर मैं और एबी साथ में थोड़ी देर खेल जाते तो शायद रिज़ल्ट कुछ अलग हो सकता था"। "हम जिस तरह पूरे टूर्नामेंट में खेले, मुझे अपनी टीम पर गर्व है। मैं सिर्फ सनराइजर्स को बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि वो जिस तरह खेले वो जीतना डिसर्व करते थे"। इस फ़ाइनल को टूर्नामेंट की बेस्ट बल्लेबाज़ी टीम और बेस्ट गेंदबाजी टीम के बीच में देखा जा रहा था। अंत में दोनों टीमों के बीच में यहीं फासला भी रहा। कोहली ने एसआरएच की जीत का कारण उनकी मजबूत गेंदबाजी को ही बताया। कोहली अब आराम के बाद, भारत के वेस्टइंडीज टूर पर ही नज़र आएंगे।