इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे खास बात ये है कि इसमें दुनिया भर के टैलेंटेड खिलाड़ी एकसाथ खेलते हैं। भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ विदेशी खिलाड़ियों ने भी आईपीएल में अपनी छाप छोड़ी है। कई विदेशी खिलाड़ियों ने भारतीयों के दिल में जगह बनाई है। लेकिन इन सबमें क्रिस गेल एक ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो अपनी लोकप्रियता को अलग लेवल तक लेकर गए। अपनी तूफानी पारियों और लंबे-लंबे छक्कों की वजह से उनके भारत में करोड़ों फैन हो गए हैं। गेल छोटे प्रारूप के काफी शानदार खिलाड़ी हैं। वे वेस्टइंडीज की तरफ से छोटे प्रारुप में तो खेलते ही हैं, साथ ही दुनिया भर की टी-20 लीगों में भी गेल हिस्सा लेते हैं। हर लीग में गेल अपने खेल से सबका दिल जीत लेते हैं। आईपीएल में भी गेल खासे सफल रहे हैं। अब तक 9 सीजन में वो 5 शतक लगा चुके हैं, जबकि 19 अर्धशतक भी इन 9 सालों में वो जड़ चुके हैं। हालांकि पिछले 3 सीजन में गेल का फॉर्म उतना अच्छा नहीं रहा लेकिन उम्मीद है कि इस सीजन में वो शानदार बल्लेबाजी करेंगे। पहले मैच में सनराइजर्स के खिलाफ उन्होंने अपने फॉर्म में होने का संकेत भी दे दिया। गेल ने तो वैसे कई बेहतरीन पारियां आईपीएल में खेली हैं लेकिन उनकी कुछ पारियां ऐसी रही हैं जो कि लोगों के जेहन में अब भी ताजा हैं। तो आइए जानते हैं गेल के उन 5 तूफानी पारियों के बारे में। 1. 2013 में पुणे वॉरियर्स के खिलाफ 66 गेंदों पर 175 रन 2013 के आईपीएल सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से पुणे वॉरियर्स के खिलाफ मैच में गेल ने तूफानी पारी खेली। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में उन्होंने पुणे के गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाते हुए 66 गेंदों पर 175 रन बना डाले। गेल की तूफानी पारी का आलम ये था कि मात्र 30 गेंदो पर ही उन्होंने शतक जड़ दिया जो कि आईपीएल का अब तक का सबसे तेज शतक है। गेल ने यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2010 के सीजन में 37 गेंदों पर शतक बनाया था। गेल ने अपनी 175 रनों की पारी में 13 चौके और 17 लंबे-लंबे छक्के लगाए। उनका स्ट्राइक रेट 265 का रहा। 2. 2012 के सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 62 गेंद पर 128 रन 2012 के सीजन के बारे में कहा जा सकता है कि ये सीजन बल्लेबाजों के नाम रहा। कई बल्लेबाजों ने रन बनाए। गेल भी इसमें पीछे नहीं रहे। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आतिशी पारी खेली। क्रिस गेल ने मैच में 62 गेंदों पर 13 शानदार छक्कों की मदद से 128 रन बनाए। गेल अगर अपनी लय मे हों तो कोई भी बाउंड्री उनके लिए बड़ी नहीं है, कोटला की बाउंड्री फिर भी छोटी थी। इसलिए गेल को छक्के लगाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। गेल की तूफानी पारी की बदौलत दिल्ली की टीम ने निर्धारित 20 ओवरो में 215 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और अंत में मैच अपने नाम किया। 3. 2011 के सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 47 गेंदो पर 89 रन 2011 के आईपीएल सीजन में दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में क्रिस गेल की बल्लेबाजी ने मुंबई इंडियंस की टीम को संभलने का मौका ही नहीं दिया। मुंबई इंडियंस ने अनुभवी लसिथ मलिंगा की जगह अबू नचीम से गेंदबाजी की शुरुआत कराई। यही पर मुंबई इंडियंस से बड़ी चूक हो गई और गेल ने ताबड़तोड़ पारी खेलकर मुंबई की टीम को मैच में आने का मौका ही नहीं दिया। पहले ही ओवर से क्रिस गेल ने अपने शॉट खेलने शुरु कर दिए। गेल को मयंक अग्रवाल का पूरा साथ मिला। दोनों बल्लेबाजों ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवरो में 100 रन बना डाले। गेल ने 9 चौके और 5 छक्कों की मदद से 47 गेंद पर 89 रन बनाए। गेल की विस्फोटक पारी की बदौलत आरसीबी ने 20 ओवरो में 185 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया जिसे मुंबई की टीम हासिल नहीं कर सकी। 4. 2011 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 49 गेंदो पर 107 रनों की पारी 2011 के सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ क्रिस गेल ने अपना दूसरा शतक लगाया। किंग्स इलेवन के गेंदबाजों के पास गेल की बल्लेबाजी का कोई तोड़ नहीं था। विस्फोटक पारी खेलते हुए गेल ने 49 गेंदो पर 107 रन बनाए। उनकी इस पारी की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने निर्धारित 20 ओवरो में 205 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। गेल ने अपनी 107 रनों की पारी के दौरान 9 छक्के और 10 चौके जड़े। 15वें ओवर में आउट होने से पहले उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट लगाए। अगर वो थोड़ी देर और क्रीज पर रह जाते तो आरसीबी का स्कोर 250 तक भी जा सकता था। 5. 2011 के सीजन में पुणे वॉरियर्स इंडिया के खिलाफ 48 गेंदो पर 81 रन 183 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए गेल की पारी ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को मैच में बनाए रखा। गेल ने 48 गेंदों पर 81 रनों की शानदार पारी खेली। राहुल शर्मा के एक ओवर में गेल ने 5 छक्के जड़कर मैच का रुख पूरी तरह से पलट दिया। हालांकि गेल आरसीबी के मैच जीतने के काफी पहले आउट हो गए लेकिन अपनी तूफानी पारी से उन्होंने टीम के लिए मोमेंट्म सेट कर दिया। इसकी वजह से बाद में एबी डिविलियर्स और सौरभ तिवारी ने मिलकर आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लिया। लेखक-उमैमा सईद अनुवादक-सावन गुप्ता