आईपीएल 2017 की नीलामी में महज कुछ ही दिन बचे हैं और दिल्ली डेयरडेविल्स के फैंस यहीं सोच रहें होंगे की इस बार उनकी टीम कुछ अच्छे खिलाड़ियों पर दांव लगाए ताकि टीम अपना पहला आईपीएल जीत सके। अन्य टीमों की तरह दिल्ली की टीम का प्रदर्शन आईपीएल में अच्छा नहीं रहा है। जेपी डुमिनी उनके सबसे सीनियर विदेशी खिलाड़ी हैं लेकिन वो टूर्नामेंट बीच में ही छोड़ कर जा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ टीम ने इमरान ताहिर जैसे दिग्गज स्पिनर को भी रिलीज कर दिया है। दिल्ली की टीम में साउथ अफ्रीकन खिलाड़ियों की भरमार है। इसलिए दिल्ली को इस बार की नीलामी में ज्यादा चौंकन्ना रहना होगा क्योंकि साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को बीच आईपीएल से बुला सकता है। इसलिए दिल्ली की टीम की नजर इस बार की नीलामी में इन 5 खिलाड़ियों पर खास तौर पर होगी। 5.बेन स्टोक्स जेपी डुमिनी और क्रिस मोरिस आधे आईपीएल से स्वेदश लौट सकते हैं। ऐसे में दिल्ली की टीम को अच्छे ऑलराउंडरों की जरुरत पड़ेगी। हालांकि टीम में कार्लोस ब्रेथवेट जैसा अच्छा ऑलराउंडर है लेकिन पिछले सीजन में उनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा था। इस बार की नीलामी में कई अच्छे ऑलराउंडरों की बोली लगेगी। दिल्ली डेयरडेविल्स उनमें से कम से कम एक को अपनी टीम में जरुर शामिल करना चाहेगी। इस समय के ऑलराउंडरों की अगर बात की जाए तो बेन स्टोक्स से बढ़िया ऑलराउंडर कोई नहीं है। स्टोक्स आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं, अच्छी फील्डिंग करते हैं और तेज गेंदबाजी भी बढ़िया तरीके से करते हैं। दिल्ली की टीम के लिए वो अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं। अगर स्टोक्स दिल्ली की टीम में आ गए तो ब्रेथवेट के साथ उनकी जोड़ी काफी शानदार बनेगी। यहां आपको ये भी बता दें कि 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में वो ब्रेथवेट ही थे जिन्होंने फाइनल मुकाबले में बेन स्टोक्स की गेंदों पर लगातार 4 छक्के जड़कर वेस्टइंडीज को वर्ल्ड चैंपियन बनाया था। हालांकि उसके बाद से स्टोक्स के खेल में काफी सुधार हुआ है और इस समय वो काफी अच्छे फॉर्म में हैं। हाल ही में भारत के खिलाफ सीरीज में उन्होंने शानदार खेल दिखाया था। सीमित ओवरों के खेल में वो काफी किफायती गेंदबाजी करते हैं। ऐसे में उन्हें हासिल करने के लिए कई टीमों के बीच होड़ लग सकती है। जिसमें से एक दिल्ली भी होगी। 4. एलेक्स हेल्स क्विंटन डी कॉक और श्रेयस अय्यर दिल्ली के अच्छे ओपनर हैं। लेकिन डी कॉक चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए आधे टूर्नामेंट से वापस जा सकते हैं वहीं श्रेय्यस अय्यर का फॉर्म अच्छा नहीं है। हालांकि टीम के पास सैम बिलिंग्स और ऋषभ पंत के रुप में अच्छे बल्लेबाज हैं, लेकिन एक और अच्छा बल्लेबाज टीम में शामिल होने से दिल्ली को काफी फायदा होगा। इंग्लैंड को सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स दिल्ली डेयरडेविल्स की इस कमी को पूरा कर सकते हैं। उन पर दिल्ली की नजर जरुर होगी। पिछले कुछ सालों में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से हेल्स ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। 45 टी-20 मैचों में उन्होंने 31.42 की औसत से 1257 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 7 अर्धशतक शामिल है। इंग्लैंड की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए हेल्स शुरुआती ओवरो में ही टीम की रन गति को तेजी से बढ़ा देते हैं। 133.86 की उनकी स्ट्राइक रेट ये बताने के लिए काफी है कि वे कितने आक्रामक बल्लेबाज हैं। दिल्ली की विकेटों पर हेल्स काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। 3. ग्रांट इलियट दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में मध्यक्रम में युवा बल्लेबाजों की भरमार है। ऐसे में टीम किसी ऐसे मध्यक्रम के बल्लेबाज को जरुर खरीदना चाहेगी जिसके पास अनुभव हो। न्यूजीलैंड के धाकड़ बल्लेबाज ग्रांट इलियट इस जगह पर बिल्कुल फिट बैठते हैं। डुमिनी टीम के कप्तान हो सकते हैं, लेकिन उनके टूर्नामेंट को बीच में छोड़कर जाने की पूरी संभावना है। मध्यक्रम में इलियट जैसा सीनियर बल्लेबाज होने से दिल्ली की टीम को काफी फायदा होगा। अगर टीम रॉस टेलर और इयन मॉर्गन जैसे खिलाड़ियों को नहीं खरीद पाती है तो ग्रांट इलियट पर पूरा भरोसा किया जा सकता है। इलियट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं ऐसे में वो तरोताजा होंगे और दिल्ली की उम्मीदों पर खरा उतर सकते हैं। इलियट के पास पारी को संवारने और तेज गति से खेलने की भी क्षमता है। मध्यक्रम में ऐसे ही बल्लेबाजों की जरुरत होती है। वहीं वो स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं ऐसे में किसी मैच में नियमित गेंदबाजों के फ्लॉप होने पर कप्तान के पास इलियट के रुप में एक विकल्प रहेगा। 2. कगिसो रबाडा साउथ अफ्रीका के इस होनहार युवा तेज गेंदबाज ने अभी तक एक भी आईपीएल नहीं खेला है। इस बार की नीलामी में उन्होंने अपना बेस प्राइज 1 करोड़ रखा है। रबाडा गेंदबाजी की शुरुआत काफी अच्छी करते हैं, वहीं उससे भी ज्यादा अच्छी गेंदबाजी वो डेथ ओवरों में करते हैं। फटाफट क्रिकेट में डेथ ओवरों में किफायती गेंदबाजी काफी मायने रखती है। इसी खूबी के कारण वो आज दुनिया के सबसे अच्छे गेंदबाजों में से एक हैं। रबादा के पास पेस, यॉर्कर और बाउंस से किसी भी बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस करने की क्षमता है। रबादा भारत में काफी मैच खेल चुके हैं ऐसे में उन्हें भारतीय पिचों के बारे में अच्छे से पता है। दिल्ली की टीम नाथन-कुल्टर-नाइल को रिलीज कर रही है ऐसे में टीम के पास केवल जहीर खान और मोहम्मद शमी के रुप में ही अच्छे तेज गेंदबाज बचेंगे। लेकिन दोनों ही खिलाड़ी चोट से जूझ रहे हैं। ऐसे में दिल्ली की टीम एक अच्छे तेज गेंदबाज को और अपनी टीम में जोड़ना चाहेगी जिसमें रबाडा बिल्कुल फिट बैठते हैं। रबाडा से बेहतर शायद ही कोई अच्छा तेज गेंदबाज दिल्ली को मिले। 1.ऋषि धवन भारतीय ऑलराउंडर ऋषि धवन इस फॉर्मेट के काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। बीच के ओवरों में जहां वो किफायती गेंदबाजी कर सकते हैं वहीं निचले क्रम में आकर विस्फोटक बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। दिल्ली के पास जहां तेज गेंदबाजों की कमी है तो वहीं अच्छे ऑलराउंडरों की भी कमी है। धवन अकेले दिल्ली डेयरडेविल्स की दोनों कमी को पूरा कर सकते हैं। उनके अंदर ये क्षमता है। पिछला सीजन उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेला था। हालांकि वो उस सीजन को भुलाना चाहेंगे क्योंकि पिछले सीजन में उन्हें काफी कम मैच खेलने को मिले। लेकिन दिल्ली की टीम के साथ ऐसा नहीं है। जिस तरह से दिल्ली की टीम का स्ट्रक्चर है उसमें उनके लिए काफी जगह है। वहीं दूसरी तरफ क्रिस मोरिस के बीच आईपीएल से जाने से दिल्ली को एक अच्छे ऑलराउंडर की जरुरत पड़ेगी। ऋषि धवन मोरिस का अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। धवन ने अब तक 72 टी-20 मैचों में 7.40 की इकॉनामी से 54 विकेट चटकाए हैं। इसके साथ ही 2 अर्धशतकों की मदद से वो 922 रन भी बना चुके हैं। शमी और जहीर के खेलने पर संशय है क्योंकि दोनों ही खिलाड़ी शायद चोटिल हैं। ऐसे में दिल्ली की टीम को एक ऐसे खिलाड़ी की जरुरत पड़ेगी जो तेज गेंदबाजी कर सके और निचले क्रम में बल्लेबाजी भी कर सके। ऋषि धवन ये दोनों काम बखूबी कर सकते हैं। लेखक-रोहित संकर अनुवादक-सावन गुप्ता