इंग्लैंड के जेसन रॉय काफी विस्फोटक बल्लेबाज हैं। हाल ही में भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज में उन्होंने काफी धुंआधार बैटिंग की थी। इससे पता चलता है कि वो भारतीय पिचों पर भी कितने खतरनाक बल्लेबाज हैं। सीमित ओवरों के खेल में उनके बिना इंग्लैंड की टीम अधूरी लगती है। 4 विदेशी खिलाड़ियों के नियम के कारण अगर डिविलियर्स और वाटसन अंतिम 11 में रहते हैं तो जेसन रॉय की जगह मुश्किल हो सकती है। लेकिन साउथ अफ्रीकन क्रिकेट बोर्ड अगर चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए डिविलियर्स को बीच टूर्नामेंट से बुला लेता है तो अंतिम 11 में जेसन रॉय की जगह बन जाएगी। वहीं अगर डिविलियर्स पूरा आईपीएल खेलते भी हैं तो क्रिस गेल जिस तरह से अपनी फिटनेस और फॉर्म को लेकर अंदर-बाहर होते रहते हैं उससे भी रॉय को मौका मिल सकता है। रॉय के टीम में होने से आरसीबी को एक फायदा ये भी होगा कि तब क्रिस गेल पर बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव रहेगा। क्योंकि गेल का अच्छा प्रदर्शन ना करने पर जेसन रॉय तुरंत उनकी जगह ले लेंगे।