आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का नाम लेते ही महेंद्र सिंह धोनी और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का नाम लेते ही विराट कोहली का नाम जुबान पर खुद ही आ जाता है। ये खिलाड़ी अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी टीमों की पहचान बन चुके हैं और ये अपनी टीम के कप्तान भी हैं। आईपीएल के अब तक 9 सीजन खेले जा चुके है और 10वां सीजन शुरु होने में महज कुछ दिन बचे हैं। इन 9 सीजन में कई खिलाड़ियों ने आईपीएल में कप्तानी की। कुछ के नाम तो आपको पता होंगे लेकिन शायद कुछ खिलाड़ियों की कप्तानी के बारे में आप नहीं जानते होंगे। एंजलो मैथ्यूज और शॉन पोलाक की कप्तानी तो आपको याद होगी जिन्होंने थोड़े समय के लिए आईपीएल में कप्तानी की। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनके बारे में शायद आप भूल गए होंगे। इन खिलाड़ियों ने भी कुछ मैचों में आईपीएल में कप्तानी की। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में। 5.एरोन फिंच टीम जिसकी कप्तानी की- पुणे वॉरियर्स कितने मैच में कप्तानी की- 10 2013 का आईपीएल सीजन पुणे वॉरियर्स के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा। ये उनका आखिरी आईपीएल था और टीम को उस सीजन में 3 कप्तान बदलने पड़े। टूर्नामेंट शुरु होने से पहले ही नियमित कप्तान सौरव गांगुली ने संन्यास ले लिया। इसके बाद माइकल क्लार्क को टीम का कप्तान बनाया गया लेकिन चोट की वजह से वो भी टूर्नामेंट से बाहर हो गए। माइकल क्लार्क के चोटिल होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज को कमान सौंपी गई लेकिन कप्तान के तौर पर वो अपने पहले तीनों मैच हार गए। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। उनकी अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज एरोन फिंच को कप्तान बनाया गया लेकिन वो भी टीम की किस्मत बदलने में नाकाम रहे। कप्तान के तौर पर फिंच को पहले 8 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि आखिर के 2 मैच जीतकर फिंच ने वापसी की पूरी कोशिश की। उन 2 मैचों में बल्ले से फिंच का प्रदर्शन काफी अच्छा था। कुल मिलाकर एरोन फिंच ने आईपीएल में 10 मैचों में कप्तानी की जिसमें से वो 8 मैच हारे और 2 मैच जीते। 4. जेम्स होप्स टीम जिसकी कप्तान की-दिल्ली डेयरडेविल्स कितने मैचों में कप्तानी की- 3 2011 के आईपीएल सीजन से दिल्ली डेयरडेविल्स के प्रदर्शन में गिरावट आने लगी। पहले 2 सीजन में दिल्ली की टीम ने प्लेऑफ में जगह बनाई, हालांकि तीसरे सीजन में वो प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाए, फिर भी उनका प्रदर्शन अच्छा था। लेकिन 2013 के आईपीएल सीजन में टीम निचले पायदान पर रही। इसके बाद से टीम केवल एक दफा ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर पाई। 2011 के सीजन में विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग टीम के कप्तान थे, लेकिन आखिर के 3 मैचों में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर जेम्स होप्स ने कप्तानी की थी। कप्तान के तौर पर जेम्स होप्स बिल्कुल भी सफल नहीं हो पाए और उन्हें तीनों ही मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस 3 हार के साथ ही जेम्स होप्स 1 से ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में पहले ऐसे कप्तान बन गए जिनकी कप्तानी में टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई। लगातार हार की वजह से 2013 के सीजन में दिल्ली निचले पायदान पर रही। 3. ड्वेन ब्रावो टीम जिसकी कप्तानी की- मुंबई इंडियंस कितने मैचों में कप्तानी की-1 2010 के आईपीएल सीजन में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शानदार तरीके से मुंबई इंडियंस की टीम का नेतृत्व किया। मुंबई की टीम अपना पहला आईपीएल खिताब जीतते-जीतते रह गई। प्लेऑफ में जगह बनाने के बाद सचिन ने एक मैच के लिए रेस्ट लिया ताकि उन पर कप्तानी का दबाव ना रहे और वो अच्छे से प्लेऑफ के मैचों के लिए तैयारी कर सकें। उस एक मैच के लिए कैरिबियाई ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो को टीम का कप्तान बनाया गया। 2010 के सीजन में लीग मैचों में मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। टीम ने 13 में से 10 मैच जीते और आसानी से प्लेऑफ में जगह बना ली। जब प्लेऑफ में टीम का स्थान पक्का हो गया, तब सचिन ने आखिरी मैच के लिए रेस्ट ले लिया। उनकी जगह एक मैच के लिए कैरिबियाई ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो को टीम का कप्तान बनाया गया। हालांकि कप्तान के तौर पर ब्रावो बिल्कुल भी सफल नहीं रहे। आखिरी लीग मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने मुंबई इंडियंस को 9 विकेट से हरा दिया। केकेआर की टीम ने 15 गेंद शेष रहते मैच अपने नाम कर लिया। इसके बाद ब्रावो कभी आईपीएल में कप्तान नहीं रहे। सचिन ने 2010 के आईपीएल सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाए और उन्हें मैन ऑफ द् टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया। 2. पार्थिव पटेल टीम जिसकी कप्तानी की- कोच्चि टस्कर्स केरल कितने मैचों में कप्तानी की-1 विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल 100 से भी ज्यादा आईपीएल मैच खेल चुके हैं। आईपीएल में वो लगभग हर टीम की तरफ से खेल चुके हैं। चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, कोच्चि टस्कर्स, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से वो आईपीएल में खेल चुके हैं। जबकि 2017 के सीजन में वो मुंबई इंडियंस की टीम का हिस्सा हैं। 100 से भी ज्यादा आईपीएल मैचों में पार्थिव लगभग 2000 रन बना चुके हैं। वहीं एक मैच में वो टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। जी हां 2011 के आईपीएल सीजन में पार्थिव एक मैच के लिए कोच्चि टस्कर्स केरल के कप्तान भी रह चुके हैं। उस सीजन में पूरे टूर्नामेंट में महेला जयवर्धने ने कोच्चि टस्कर्स की कप्तानी की लेकिन ग्रुप स्टेज के आखिरी मैच के लिए पार्थिव को टीम का कप्तान बनाया गया। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में पार्थिव ने टीम की कप्तानी की। हालांकि उस मैच में कोच्चि की टीम को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उसका कोई मतलब नहीं था क्योंकि टीम टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो चुकी थी। आखिरी मैच महेला जयवर्धने नहीं खेले थे इसी वजह से पार्थिव को कप्तान बनाया गया। 1.रॉस टेलर किस टीम की कप्तानी की-पुणे वॉरियर्स कितने मैच में कप्तानी की-1 इस लिस्ट में जितने भी खिलाड़ी हैं उनमें से रॉस टेलर का प्रदर्शन कप्तान के तौर पर शत-प्रतिशत रहा है। उन्होंने एक मैच में कप्तानी की जिसमें उनकी टीम को जीत हासिल हुई। इस तरह से वो आईपीएल में शत-प्रतिशत जीत हासिल करने वाले पहले कप्तान बन गए। 2013 के आईपीएल सीजन में पुणे वॉरियर्स की टीम को केवल 4 मैचों में ही जीत मिली थी। उनमें से एक जीत रॉस टेलर की कप्तानी में मिली थी। रॉस टेलर से पहले एंजेलो मैथ्यूज टीम के कप्तान थे, लेकिन कप्तान के तौर पर वो अपने पहले 4 में से 3 मैच हार गए। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ एक मैच के लिए रॉस टेलर को टीम का कप्तान बनाया गया। सनराइजर्स हैदराबाद, किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस से हार के बाद किसी को उम्मीद नहीं थी कि पुणे वॉरियर्स की टीम चेन्नई सुपर किंग्स जैसी मजबूत टीम को हरा देगी। लेकिन रॉस टेलर की कप्तानी में पुणे की टीम ने चेन्नई की टीम को हरा दिया। एरोन फिंच के अर्धशतक, स्टीव स्मिथ की आतिशी पारी और गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत पुणे वॉरियर्स ने चेन्नई की टीम को 24 रन से हरा दिया। हालांकि रॉस टेलर का बल्ले से प्रदर्शन बढ़िया नहीं रहा जिसकी वजह से एक मैच के बाद कप्तानी फिर से एंजेलो मैथ्यूज को सौंप दे दी गई। इसके बाद रॉस टेलर ने कभी आईपीएल में कप्तानी नहीं कि जिससे उनके नाम आईपीएल में कप्तान के तौर पर शत-प्रतिशत जीत का रिकॉर्ड है। रॉस टेलर को भी नहीं पता रहा होगा कि ये अनोखा रिकॉर्ड उनके नाम पर होगा। लेखक-श्रीहरि अनुवादक- सावन गुप्ता