हालांकि टूर्नामेंट के शुरुआत से पहले लायंस को ये पता था कि उन्हें पहले दो हफ्ते ड्वेन ब्रावो और रविंद्र जडेजा के बिना ही खेलना होगा । ये बात अलग है कि जडेजा सिर्फ दो मैच के लिए बाहर रहे लेकिन ब्रावो जो बिग बैश के दौरान चोटिल हुए थे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं खेल सके। ड्वेन ब्रावो का पूरे टूर्नामेंट से बाहर होना लायंस के लिए काफी बड़ा नुकसान था क्योंकि उनकी बैटिंग और बॉलिंग में ब्रावो की जगह कोई दूसरा खिलाड़ी नहीं ले सकता था। आखिरकार एंड्रयू टाई ने ब्रावो को रीप्लेस किया और प्रभाव भी छोड़ा । टाई ने 6 मैच में एक हैट्रिक समेट 12 विकेट झटके लेकिन वो भी चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए । चोट ने फिर एक बार लायंस को आघात दिया जब उनके इन-फॉर्म बल्लेबाज़ ब्रैंडन मैकलम चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो गए। कोई भी टीम ऐसी स्थिति से नहीं उबर सकती जब उनके एक नहीं दो नहीं बल्कि टीम के तीन-तीन मुख्य खिलाड़ी चोटिल होकर बाहर हो जाएं और गुजरात लायंस के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जिससे वो उबर नहीं सकी।