आईपीएल जहाँ एक तरफ युवा खिलाड़ियों के लिए एक बढ़िया प्लेटफार्म है, वहीं घरेलू अंपायरों के लिए मौजूदा सीजन काफी खराब गुजर रहा है। आईपीएल 2017 के पहले ही हफ्ते में अंपायरों ने काफी सारी गलतियाँ की हैं, जिसके कारण आईपीएल गलत कारणों से खबरों में है। इस साल आईसीसी के इलीट पैनल के सिर्फ चार अंपायर - नाइजल लॉन्ग, क्रिस गैफ्नी, एस रवि और मरे इरासमस ही आईपीएल में दिख रहे हैं, इसलिए इस बार घरेलू अंपायरों के लिए खुद को साबित करने का बढ़िया मौका था। हालांकि अंपायर इसका फायदा अभी तक नहीं उठा पाए हैं। आइये नज़र डालते हैं आईपीएल के पहले हफ्ते में हुई अंपायरों की बड़ी गलतियों पर: # मुंबई इंडियंस vs सनराइजर्स हैदराबाद हैदराबाद की पारी के छठे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने आखिरी गेंद कप्तान डेविड वॉर्नर को फेंकी, जिसे वॉर्नर ने चौके जड़ा। इसके तुंरत बाद अगले ओवर की पहली गेंद पर स्ट्राइक पर एक बार फिर वॉर्नर बल्लेबाज़ी करने आ गए और उन्होंने एक रन लेकर स्ट्राइक शिखर धवन को दी। ये एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर अंपायरिंग को शर्मशार करने वाली सबसे बड़ी गलती थी। इस मुकाबले में फील्ड अंपायरिंग का जिम्मा सी.के. नंदन और नितिन मेनन पर था, लेकिन दोनों अंपायरों से ये चूक हुई, यहां तक कि तीसरे अंपायर वाईसी बर्डे भी इस गलती पर अपनी नज़र नहीं रख पाए। # मुंबई इंडियंस बनाम सनराइजर्स हैदराबाद ये वाक्या भी उसी मैच का है जब हार्दिक पांड्या ने गेंद फेंकी और कैच उनके भाई क्रुणाल ने ली पर फिर भी शिखर धवन आउट नहीं हुए। मैच के 8वें ओवर में हार्दिक ने फुल लेंथ गेंद ऑफ़ स्टंप पर डाली जिसे धवन ने आगे निकल कर मिड ऑफ़ पर हवा में शॉट खेला। वहीं खड़े क्रुणाल ने बेहतरीन फील्डिंग करते हुए हवा में कूद कर गेंद को लपक लिया और इस बात को साफ़ किया कि कैच उन्होंने ले लिया है, लेकिन अंपायरों ने सॉफ्ट कॉल करके टीवी अंपायर से इसकी पड़ताल की मांग की, जिसमें देखने पर ये साफ़ पता चलता हैं किन आउट हैं, पर टीवी अंपायर को इसमें कुछ संशय रहता है, जिससे फैसला मैदानी अम्पायर के पक्ष में जाता है और धवन मैदान से बाहर जाने की बजाये अगली गेंद का सामना करने के लिए तैयार हो जाते हैं। मुंबई इंडियंस बनाम कोलकाता नाइटराइडर्स मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में मुकाबला मुंबई और कोलकाता के बीच खेला जा रहा था। इस मैच के 10वें ओवर में अंपायर सीके नंदन ने मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा को एलबीडबल्यू आउट दे दिया। अंपायर के इस फैसले से रोहित काफी नाराज थे, क्योंकि गेंद बल्ले से लगने के बाद उनके पैड से टकराई थी और बल्ले का काफी मोटा या मज़बूत किनारा लेते हुए गेंद उनके पैड से टकरायी पर इस किनारे को भी अंपायर नंदन नहीं देख पाएं और उन्हें गलत आउट दे दिया। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए रोहित गुस्से से मैदान छोड़ कर जाने लगे तो अंपायर को अपना बल्ला दिखाते हुए गये कि गेंद पहले उनके बल्ले से लगी थी। हालाँकि बाद में रोहित ने मैच रैफरी से अपने इस व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी। मुंबई इंडियंस बनाम कोलकाता नाइटराइडर्स इसी मैच में एक फुल लेंथ गेंद पर पार्थिव पटेल शॉट मारना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले का किनारा ले कर विकेटकीपर रॉबिन उथप्पा के दस्तानो में जा पहुंची, लेकिन रॉबिन ने अंपायर से अपील ही नहीं की। कारण ये था कि जब गेंद हल्का सा किनारा ले कर बल्ले से टकराई उस वक़्त मुंबई के स्टेडियम में चारों ओर दर्शक इतना शोर मचा रहे थे कि वो स्निक की आवाज रॉबिन को सुनाई नहीं दी और अंपायर भी टस से मस नहीं हुए। बाद में अंकित राजपूत की गेंद जो की लेग स्टंप से बाहर की ओर जा रही थी वो मुंबई के बल्लेबाज़ जोस बटलर के पैड से जा लगी और अंपायर सीके नंदन ने उन्हें तुरंत आउट दे दिया, ये तो वाकई चौकाने वाली घटना थी। इस तरह से अम्पायरों से हो रही गलती पर मुंबई इंडियंस के कोच महेला जयवर्धने ने कहा- "यह हमारे नियंत्रण में नहीं है, मुझे नहीं लगता कि कोई भी वो गलतियां कर सकता है। लेकिन बदलाव की मैं इच्छा करता हूँ, विरोधी हमारे विकेट ले सकते हैं "। राइजिंग पुणे सुपरजायंट और मुंबई इंडियंस राइजिंग पुणे सुपरजायंट अपने घरेलु मैदान में पहला मैच मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेल रहे थे। इमरान ताहिर की एक गेंद मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज़ जोस बटलर के बैट पर पहले लगती है और फिर पैड पर, जिस पर ताहिर के अपील करते ही मैदान पर मौजूद अंपायर एस रवि उनको आउट दे देते हैं। अंपायर रवि को बल्ले का ये भीतरी किनारा दिखाई नहीं देता और २ओ गलत निर्णय ले लेते हैं । लेकिन अभी इस मैच में अंपायर की गलती का सिलसिला यही नहीं रुकता है। एक बार फिर ताहिर की गेंद के सामने बल्लेबाज़ी कर रहे मुंबई के विस्फोटक बल्लेबाज़ किरोन पोलार्ड के पैड से टकराने के तुरंत बाद गेंद बल्ले से टकराती है। मामला फिर से वही बस उल्टा हो जाता है इस बार बॉल पैड एंड बैट थी और पोलार्ड आउट थे, लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। जबकि विकेट के पीछे खड़े पूर्व भारतीय कप्तान और पुणे की टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ एमएस धोनी ने गुस्से के मारे अपने हाथों से DRS की अपील तक कर दी थी। इसके बाद उन्हें इसके लिए माफ़ी मांगनी पड़ी थी।