पिछले एक दशक से युवा और गुमनाम क्रिकेटरों के लिए आईपीएल काफी अच्छा प्लेटफॉर्म रहा है। रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी इसका सबसे उदाहरण हैं। इस सीजन के अब तक 2 हफ्ते में भी कुछ युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
आइए आपको बताते हैं उन्हीं 5 खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने इस सीजन में उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया।
1. राशिद खान (सनराइजर्स हैदराबाद)
क्रिकेट में इससे बढ़िया नजारा कभी नही हो सकता जब एक लेग स्पिनर बल्लेबाजों को चारों तरफ चित कर दे। अफगानिस्तान के युवा लेग स्पिनर राशिद खान ने इस सीजन में कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। अपनी गेंदबाजी से उन्होंने इस सीजन में लगभग हर बल्लेबाज को छकाया है। कोई भी बल्लेबाज अब तक उनको पढ़ नहीं पाया है। यही वजह रही है कि वो टूर्नामेंट के अभी तक के सबसे गेंदबाजों में से एक हैं। सनराइजर्स की अब तक की जीत में उनका बहुत बड़ा योगदान है।
कोई सोच भी नही सकता था कि युद्ध से पीड़ित एक देश अफगानिस्तान से इतना बढ़िया क्रिकेटर वर्ल्ड क्रिकेट को मिलेगा। राशिद के रोल मॉडल शाहिद अफरीदी हैं और गेंदबाजी करते समय वो उन्हीं की तरह रन अप लेते हैं। राशिद की सबसे अच्छी बात ये है कि वो दबाव नहीं लेते हैं और मुस्कुराते हुए गेंदबाजी करते हैं। जिससे उनकी गेंद सही लाइन लेंथ पर गिरती है।
नीलामी में सनराइजर्स ने उनके लिए महंगी बोली लगाई थी लेकिन इसका उन पर कोई दबाव नहीं दिखता है। उनका गेम सेंस भी कमाल का है और गेंदबाजी करते वक्त उसका असर भी साफ दिखता है।
आमतौर लेग स्पिनर काफी महंगे साबित होते हैं लेकिन राशिद ने इस आईपीएल में अभी तक काफी अच्छी इकॉनामी रेट के साथ गेंदबाजी की है।
क्रेडिट सनराइजर्स हैदराबाद के थिंक टैंक को भी देना चाहिए जिन्होंने राशिद जैसे युवा लेग स्पिनर को पिक किया। 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद से ही सभी की निगाहें उन पर टिकी हुई थीं। टी-20 वर्ल्ड कप में उन्होंने काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। हालांकि आने वाले समय में उन्हें और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा लेकिन आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट से उन्हें काफी कुछ सीखने को भी मिलेगा।
2. एंड्र्यू टाए (गुजरात लायंस)
31 साल की उम्र में आमतौर पर सीम गेंदबाजों की गेंदबाजी में उतना पैनापन नहीं रह जाता है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज एंड्र्यू टाइ ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। उनकी स्लोअर वन गेंदे काफी कारगर साबित हुई हैं। वहीं उनकी यॉर्कर गेंदो ने भी गुजरात लायंस के लिए बढ़िया काम किया है।
आजकल के गेंदबाज 2 लगातार गेंद एक ही स्पीड और लाइन से नहीं डालते हैं। हर गेंद को अलग तरह से डालने की कोशिश करते हैं। एंड्र्यू टाई भी काफी अच्छा मिश्रण करते हैं। अपने पहले आईपीएल मैच में ही हैट्रिक लेकर उन्होंने सबको हैरान कर दिया। अपने पहले मैच में हैट्रिक के अलावा एंड्र्यू टाई ने कुल 5 विकेट चटकाए।
किसी भी मैच में हैट्रिक बड़ी बात होती है लेकिन अगर कोई गेंदबाज लगातार 2 टूर्नामेंट में हैट्रिक बना ले तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस गेंदबाज के अंदर कितनी काबिलियत है। एंड्रूय टाई आईपीएल में हैट्रिक से पहले बिग बैश लीग में भी हैट्रिक जमाया था।
टाई 2016 में भारत में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। इतनी उम्र के बावजूद जिस तरह से वो गेंदबाजी करते हैं वो वाकई काबिलेतारीफ है।
3. कुणाल पांड्या (मुंबई इंडियंस)
एक लेफ्ट हैंड का ऑलराउंडर क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में काफी कारगर साबित होता है और मुबई इंडियंस के लिए खेलते हुए कुनाल पांड्या ने इस बात को साबित भी किया है। उनके भाई हार्दिक पांड्या पहले से ही आईपीएल और भारतीय टीम में धूम मचा रहे हैं और अब कुनाल पांड्या भी उन्ही की राह पर चल निकले हैं। दोनों ही पांड्या बंधु गुजरात से हैं जिसने भारतीय क्रिकेट को कई दिग्गज सितारे दिए हैं।
मुंबई इंडियंस की टीम ने हमेशा से ही युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया है। चाहें वो जसप्रीत बुमराह हों या हार्दिक पांड्या। ये सभी प्लेयर आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में पहुंचे हैं। मुंबई इंडियंस के टीम मैनेजमेंट की सबसे खास बात ये है कि ये इन युवा खिलाड़ियों को दबाव में बेहतरीन क्रिकेट खेलना सिखाते हैं। जिससे इनके टैलेंट में और निखार आ जाता है।
कुणाल पांड्या ने इस सीजन में अब तक बल्ले और गेंद दोनों से लाजवाब प्रदर्शन किया है। जब-जब टीम को उनकी जरुरत पड़ी उन्होंने टीम को संकट से बाहर निकाला।
पिछले सीजन में भी उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और इस साल भी वो टीम मैनेजमेंट की उम्मीदों से बढ़कर उन्होंने प्रदर्शन किया।
पांड्या काफी ठंडे दिमाग से खेलते हैं और मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी अपना आपा नहीं खोते हैं।
वो एक ऐसे प्लेयर हैं जिन्हें अपनी योग्यता पर पूरा भरोसा है। उनका मुकाबला हर मैच में खुद से ही होता है। टीम मैनेजमेंट ने जह चाहा, जहां चाहा उनका काफी अच्छे से उपयोग किया है।
गेंदबाज और बल्लेबाज के अलावा कुणाल पांड्या फील्डर भी काफी अच्छे हैं। मुंबई इंडियंस के कोच औऱ टीम मेंटोर ने उन्हें काफी अच्छे से तैयार किया है।
अगर पांड्या इसी तरह खेलते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब भारतीय टीम से उन्हें बुलावा आ जाए।
4. नीतीश राना (मुंबई इंडियंस)
2016 में नीतीश राना मुंबई इंडियंस की टीम से जुड़े और उसके बाद उनका भाग्य बदल गया। दिल्ली की तरफ से रणजी मैच खेलते हुए रन नहीं बना पाए। जिसकी वजह से दिल्ली की टीम से उन्हें बाहर होना पड़ा। इस सीजन में वो आईपीएल के नए सितारे बनकर उभरे हैं।
फ्लॉप प्रदर्शन की वजह से उन्हें दिल्ली की टीम से बाहर होना पड़ा। लेकिन मुंबई इंडियंस के टीम मैनेजमेंट की उन पर नजदीकी निगाह थी और उन्होंने राना को टीम में पिक कर लिया।
नीतीश राना ने अपनी बल्लेबाजी से इस सीजन में सबको प्रभावित किया है। इस साल वो टीम के लिए बड़े मैच विनर खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। उन्होंने कुछ मैचों में बेहतरीन विस्फोटक पारिया खेली हैं।
राना को अपने करियर में काफी संघर्ष करने पड़े हैं लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और नतीजा सबके सामने है। उन्होंने बता दिया है कि वो कितने बड़े बल्लेबाज हैं।
नीतीश राना मॉर्डन इंडिया के प्रोडक्ट हैं जो कि गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। अगर इसी तरह वो खेलते रहे तो जल्द ही भारतीय टीम में वो सुरेश रैना और युवराज सिंह के विकल्प के तौर पर खेलते नजर आएंगे। मुंबई इंडियंस से एक और सितारा भारतीय टीम में दस्तक दे रहा है।
5. क्रिस लिन (कोलकाता नाइट राइडर्स)
ऑस्ट्रेलियाई सनसनी क्रिस लिन ने भी इस आईपीएल सीजन के शुरुआती मैचों में ही अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से तहलका मचा दिया। हालांकि वो दुर्भाग्यपूर्ण रहे और चोट की वजह से अभी टूर्नामेंट से बाहर हैं।
क्रिस लिन काफी लंबे-लंबे छक्के लगाते हैं और अपने खेल से दर्शकों का भरपूर मनोरजंन करते हैं। गेंदबाजों को उनके आगे समझ ही नहीं आता कि वो किस तरह से लिन को गेंदबाजी करें।
ऐसा नहीं है कि लिन केवल आक्रामक क्रिकेट ही खेलते हैं बल्कि उनका गेम सेंस भी काफी अच्छा है। टीम की परिस्थिति के हिसाब से वो अपने खेल में बदलाव कर लेते हैं। इसका एक बेहतरीन नमूना तब देखने को मिला जब ऑस्ट्रेलिया के घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार दोहरा शतक लगाया था। वहीं बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट की तरफ से खेलते हुए भी उन्होंने आतिशी पारिया खेलीं और अब केकेआर की तरफ से धूम मचा रहे हैं।
क्रिकेट में ऐसा अक्सर होता है कि कई खिलाड़ी काफी अच्छे होते हैं और शानदार फॉर्म में भी चल रहे होते हैं लेकिन लगातार चोट की वजह से उनका करियर काफी प्रभावित होता है। कुछ यही क्रिस लिन के साथ भी हो रहा है। शुरुआती मैचो में उन्होंने केकेआर को तूफानी शुरुआत दिलाई लेकिन अब चोट की वजह से बाहर हो गए हैं। उम्मीद है कि वो जल्द ही चोट की उबर कर केकेआर की जर्सी में दिखेंगे।
अच्छे बल्लेबाज के अलावा लिन बेहतरीन फील्डर भी हैं। कैच हो या फिर ग्राउंडेड फील्डिंग उन्होंने हमेशा अपना सौ फीसदी दिया है। अगर वो फिट होकर वापस केकेआर की टीम में आ गए तो टीम के आईपीएल ट्रॉफी जीतने की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगीं।
लेखक- हेमांग बदानी
अनुवादक-सावन गुप्ता