31 साल की उम्र में आमतौर पर सीम गेंदबाजों की गेंदबाजी में उतना पैनापन नहीं रह जाता है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज एंड्र्यू टाइ ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। उनकी स्लोअर वन गेंदे काफी कारगर साबित हुई हैं। वहीं उनकी यॉर्कर गेंदो ने भी गुजरात लायंस के लिए बढ़िया काम किया है। आजकल के गेंदबाज 2 लगातार गेंद एक ही स्पीड और लाइन से नहीं डालते हैं। हर गेंद को अलग तरह से डालने की कोशिश करते हैं। एंड्र्यू टाई भी काफी अच्छा मिश्रण करते हैं। अपने पहले आईपीएल मैच में ही हैट्रिक लेकर उन्होंने सबको हैरान कर दिया। अपने पहले मैच में हैट्रिक के अलावा एंड्र्यू टाई ने कुल 5 विकेट चटकाए। किसी भी मैच में हैट्रिक बड़ी बात होती है लेकिन अगर कोई गेंदबाज लगातार 2 टूर्नामेंट में हैट्रिक बना ले तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस गेंदबाज के अंदर कितनी काबिलियत है। एंड्रूय टाई आईपीएल में हैट्रिक से पहले बिग बैश लीग में भी हैट्रिक जमाया था। टाई 2016 में भारत में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। इतनी उम्र के बावजूद जिस तरह से वो गेंदबाजी करते हैं वो वाकई काबिलेतारीफ है।