हरभजन सिंह को चैम्पियंस ट्रॉफी में जगह न मिलने के से निराश होने के लिए माफ किया जा सकता है। क्योंकि वो काफी समय से नेशनल टीम से दूर हैं, लेकिन उन्होंने दिखाया है कि कैसे उनके खेल पर उनकी उम्र हावी नहीं होती। जबकि, वो उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने इस सीजन में अपनी टीम के लिए पूरी मेहनत की है। इस सीजन में सबसे मजबूत टीम की ओर से खेलते हुए, हरभजन सिर्फ 8 विकेट ही ले पाए लेकिन इससे उनकी टीम के लिए उनकी उपयोगिता नहीं आंकी जा सकती। भज्जी ने 11 मैचों में 41 ओवर गेंदबाजी की जिसमें 6.48 की बेहतरीन इकॉनमी रेट गेंदबाजी की। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/22 था। भज्जी ने ज्यादातर मुकाबले मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जहां की पिच बल्लेबाजों के लिए शानदार है और बाउंड्री भी काफी छोटी हैं।
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