चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनना, मनीष पांडे के लिए किसी सपने का सच होने जैसा है। आईपीएल में पहले भारतीय जिसने शतक लगाया साथ ही सबसे कम उम्र के खिलाड़ियों में से एक जिसने आईपीएल में सेंचुरी लगाई। वो लगातार केकेआर के लिए रन बनाते रहे लेकिन केकेआर के टॉप-4 खिलाड़ी सुनील नरेन, गौतम गंभीर, रॉबिन उथप्पा और क्रिस लिन सारी सुर्खियां बटोरते रहे जिससे मनीष पांडे को ख्याति प्राप्त नहीं हो पाई। 12 मुकाबलों में मनीष पांडे ने मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए 128.57 की स्ट्राइक रेट से 396 रन बनाए। उनकी स्ट्राइक रेट से ज्यादा उनकी 49.5 की दमदार औसत ये बताने के लिए काफी है कि वो केकेआर के लिए इस सीजन में एक अच्छे फिनीशर साबित हुए हैं। खासतौर पर उनकी दो पारी- जिसमें एक पारी में मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में मुम्बई के खिलाफ उन्होंने 47 गेंदों में नाबाद 81 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में दिल्ली के खिलाफ उसी के घर में 49 गेंदों पर नाबाद 69 रन जड़े थे।