IPL का 10वां सीजन अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। लीग मैच लगभग खत्म हो गए हैं और प्लेऑफ की टीमें लगभग तय हो गई हैं। 10वें सीजन में कुछ बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी का नजारा देखने को मिला। क्लासिकल बल्लेबाज हाशिम अमला ने इस सीजन में 2 शतक जड़कर सबको हैरान कर दिया। वहीं सैमुअल बद्री और एंड्र्यू टाए ने अपने पहले ही मैच हैट्रिक लेकर खलबली मचा दी। वहीं संजू सैमसन, ऋषभ पंत, सिद्धार्थ कौल, बेसिल थंपी, नीतीश राना, राहुल त्रिपाठी और ईशान किशन जैसे युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। हालांकि कुछ ऐसे बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं जिन्हें इस सीजन में उतना मौका नहीं या कहें कि वो टीम कॉम्बिनेशन में फिट नहीं हुए। हमने उन्हीं खिलाड़ियों को मिलाकर एक टीम बनाई है। तो आइए जानते हैं आईपीएल 2017 के बेंच इलेवन के बारे में। नोट- इसमें सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ी लेने की पॉलिसी को नहीं अपनाया गया है और लिस्ट में उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया गया है जो 4 या उससे कम मैच खेले हैं। सलामी बल्लेबाज लिंडल सिमंस मुंबई इंडियंस ने इस सीजन में जोस बटलर और पार्थिव पटेल से ओपनिंग करवाई और ये प्रयोग सफल भी रहा। दोनों ही बल्लेबाजों ने लगभग हर मैच में टीम को तेज शुरुआत दी। यही वजह रही कि आधे से ज्यादा सीजन बीत जाने के बाद सिमंस को खेलने का मौका मिला। हालांकि भले ही सिमंस को देर से खेलने का मौका मिला लेकिन अपने पहले ही मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ उन्होंने 66 रनों की तूफानी पारी खेलकर शानदार शुरुआत की। उस्मान ख्वाजा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने इस बीबीएल सीजन में काफी रन बनाए। यही वजह रही कि उन्हे राइजिंग पुणे सूपरजाएंट्स की टीम ने इस साल रिटेन किया। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि उन्हें इस सीजन में अभी तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। पुणे की टीम में कप्तान स्टीव स्मिथ, डेनियल क्रिस्चियन, इमरान ताहिर और बेन स्टोक्स के रुप में 4 विदेशी खिलाड़ी नियमित खेल रहे थे। इसी वजह से उस्मान ख्वाजा को टीम में मौका नहीं मिला। मिडिल ऑर्डर फाफ डू प्लेसी पिछले सीजन में फाफ डू प्लेसी राइजिंग पुणे सूपरजाएंट्स की टीम का अहम हिस्सा थे। लेकिन इस सीजन में डू प्लेसी को ज्यादा मैच खेलने को नहीं मिले। अच्छी फॉर्म में होने के बावजूद उन्हें मात्र 2 मैच ही खेलने का मौका मिला। इन 2 मैचो में उन्होंने सिर्फ एक बार बल्लेबाजी का मौका मिला जिसमें उन्होंने 8 रन बनाए। अब वो आगे के मैच भी नहीं खेल पाए क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए वो दक्षिण अफ्रीका वापस लौट गए हैं। इशांक जग्गी आईपीएल 2017 की नीलामी से पहले इशांक जग्गी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया था। कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। 28 साल का ये प्रतिभाशाली खिलाड़ी सैय्यद मुश्ताल अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज है। उन्होंने टूर्नामेंट में लगभग 35 की औसत और 120 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। हालांकि इतने बेहतरीन फॉर्म में होने के बावजूद इस सीजन में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। गुरकीरत मान लिस्ट A की पिछली 5 पारियों में गुरकीरत मान ने 4 अर्धशतकीय पारिया खेली। वहीं देवधर ट्रॉफी में भी इंडिया B टीम की तरफ से उन्होंने शानदार खेल दिखाया। आईपीएल शुरु होने से पहले उनके प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद थी कि उन्हें ज्यादातर मैचो में जगह मिलेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं वो महज 2 मैच में ही टीम का हिस्सा रहे। ऑलराउंडर्स शाकिब-अल-हसन शाकिब-अल-हसन बांग्लादेश की टी-20 टीम के कप्तान हैं और दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक हैं। 2017 के आईपीएल सीजन में कोलकाता की मशहूर ईडन गार्डन की पिच में थोड़ा बदलाव हुआ और उसका खामियाजा शाकिब-अल-हसन को भुगतना पड़ा। स्लो ट्रैक होने की वजह से शाकिब को मौका नहीं मिला, क्योंकि स्लो ट्रैक तेज गेंदबाजों की मददगार होती है। इस सीजन में शाकिब को सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने 3 ओवर की गेंदबाजी में बिना कोई विकेट लिए 31 रन दिए। गुजरात लायंस के खिलाफ उन्होंने इस सीजन का अपना पहला आईपीएल मैच खेला। मोहम्मद नबी सनराजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2017 की नीलामी में अफगानिस्तान के दो प्लेयरों को चुना। टीम ने मोहम्मद नबी के रुप में ऑलराउंडर और राशिद खान के रुप में एक बेहतरीन लेग स्पिनर को टीम में शामिल किया। राशिद खान तो इस सीजन में टीम का अहम हिस्सा रहे लेकिन मोहम्मद नबी को ज्यादा मैचो में खेलने का मौका नहीं मिला। एक बेहतरीन ऑलराउंडर होने के बावजूद मोहम्मद नबी महज कुछ मैचो में ही नजर आए हैं। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में उन्होंने 28 रन देकर एक विकेट चटकाए थे। स्पिनर एडम जम्पा पिछले 18 महीने से सीमित ओवरों में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद इस आईपीएल सीजन में एडम जम्पा को अभी तक सिर्फ कुछ ही मैच में ही खेलने का मौका मिला है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये भी रही कि लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने सारे मैचो में विकेट निकालकर दिए। ताहिर अभी भी टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए वो अब साउथ अफ्रीका वापस चले गए हैं। जिसके बाद एडम जम्पा को मौका मिला। वहीं दूसरी वजह ये रही कि कप्तान स्टीव स्मिथ 2 स्पिनरों के साथ खेलना नहीं चाहते थे। जम्पा के पास अब मौका है कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले वो अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लें। पिछले सीजन में उन्होंने काफी शानदार गेंदबाजी की थी। भले ही पिछले सीजन में पुणे की टीम निचले पायदान पर रही हो लेकिन जम्पा ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था। तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान पिछले आईपीएल सीजन में मुस्तफिजुर रहमान सनराइजर्स हैदराबाद के सबसे बड़े मैच विनर गेंदबाज बनकर उभरे थे। अपनी गेंदबाजी से इन्होंने हर एक बल्लेबाज को परेशान किया था। लेकिन यॉर्कर गेंदो से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को मात देने वाले मुस्तफिजुर को इस सीजन में अभी तक सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला है। श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज की वजह से वो टीम से देर से जुड़े। लेकिन उपलब्ध होने के बावजूद उन्हें खेलने का मौका सिर्फ एक बार मिला। सनराइजर्स के टीम मैनेजमेंट के इस फैसले से हर कोई हैरान है। मैट हेनरी अगर संदीप शर्मा को छोड़ दें तो किंग्स इलेवन पंजाब की गेंदबाजी लाइन अप इस साल काफी असाधारण रही है। संदीप ने भी पिछले कुछ मैचों से विकेट निकालने शुरु किए हैं। टीम के ज्यादातर गेंदबाजों ने काफा रन लुटाए हैं। इसके बावजूद न्यूजीलैंड को गेंदबाज मैच हेनरी को ज्यादा एक या सिर्फ 2 मैचो में खेलने का मौका मिला। हालांकि हेनरी की इकॉनामी रेट उतनी अच्छी नहीं है लेकिन वो एक विकेट टेकिंग गेंदबाज हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी से उन्होंने सबको प्रभावित किया है। टिम साउदी इस सीजन में श्रीलंकाई सुपर स्टार गेंदबाज लसिथ मलिंगा अपने फॉर्म में नहीं दिखे। इसके बावजूद कीवी गेंदबाज टिम साउदी को ज्यादा मौका नहीं मिला। साउदी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अच्छी गेंदबाजी की है। पर मुंबई इंडियंस की प्लेइंग इलेवन में वो फिट नहीं हो रहे हैं। लेखक-श्रीहरि अनुवादक-सावन गुप्ता