जब एक नई आईपीएल टीम का डेब्यू होता है, तो उसकी सफलता की उम्मीदें नहीं की जाती है। जैसा भी हो, गुजरात लायंस इसमें अपवाद है। पहले सत्र में इस टीम को राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के स्थान पर शामिल किया गया था और उन्होंने काफी नजरों को अपनी तरफ आकर्षित किया था। उन्होंने शानदार नियंत्रण के साथ तालिका में तीसरे स्थान के साथ अपना अभियान समाप्त किया था। इस वर्ष कुछ मुख्य खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण इस टीम का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है। शुक्रवार को उनका मुकाबला दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ होना है ऐसे में उन्हें टूर्नामेंट में बने रहने के लिए जीत दर्ज करना आवश्यक होगा. शायद यह सीजन आईपीएल में इस टीम का अंतिम भी हो सकता है। अब तक खेले 10 मैचों में लायंस की टीम को 3 मैचों में शिकस्त झेली है। प्लेऑफ़ तक का सफ़र तय करने के लिए उन्हें कम से कम 14 पॉइंट की जरुरत है और बचे हुए सभी मैच जीते बिना वे इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाएंगे। मुंबई इंडियंस के खिलाफ सुपरओवर और राइजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ मिली हार ने इस टीम की उम्मीदों को गहरा झटका दिया है। जहां तक गुजरात लायंस के टीम समन्वय की बात है, इसमें ईशान किशन ने काफी प्रभावित करने वाला प्रदर्शन किया है। शुरू से ही ईशान किशन गेंदबाजों पर हावी रहने का प्रयास करते हैं और इसी वजह से उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ भी मौका मिलना तय माना जा सकता है। दुसरे ओपनर के रूप में ब्रेंडन मैकलम का नाम शामिल है, हालांकि उनका प्रदर्शन मौजूदा सत्र में कुछ ख़ास नहीं रहा है लेकिन अपने दिन वे किसी भी गेंदबाजी क्रम को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं। तीसरे नम्बर के लिए कप्तान सुरेश रैना आते हैं और इस मैच में भी वही इसके लिए सही माने जा सकते हैं। आरोन फिंच और दिनेश कार्तिक सुरेश रैना के बाद के काम को अंजाम देने के लिए तैयार हैं लेकिन उनका प्रदर्शन फिलहाल कुछ अच्छा नहीं रहा है। इस मैच में जीतने के लिए दोनों का प्रदर्शन भी ख़ासा अहम रहेगा। ड्वेन स्मिथ, रविन्द्र जडेजा और जेम्स फ़ॉकनर के रूप में तीन ऑलराउंडर गुजरात लायंस के पास है लेकिन जिस तरह के बड़े नाम यह तीनों हैं, वैसा प्रदर्शन अभी तक नहीं कर पाए हैं। शायद यही कारण हो कि लायंस का प्रदर्शन ख़राब रहा है। यह तीनों खिलाड़ी एक बार फिर इस टीम के लिए अंतिम ग्यारह में खेलते हुए नजर आ सकते हैं। गेंदबाजी विभाग में बेसिल थम्पी का प्रदर्शन इस सत्र में काफी शानदार रहा है और वे टीम का हिस्सा रहेंगे। उनके अलावा अंकित सोनी ने अपनी कलात्मक और रचनात्मक गेंदबाजी से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया है। प्रदीप सांगवान ने भी अपनी गेंदबाजी में काफी निखार लाने में सफलता हासिल की है। संभावित एकादश ईशान किशन, ब्रेंडन मैकलम, सुरेश रैना, आरोन फिंच, दिनेश कार्तिक, ड्वेन स्मिथ, रविन्द्र जडेजा, जेम्स फ़ॉकनर, बेसिल थम्पी, अंकित सोनी, प्रदीप सांगवान।