आईपीएल 2017 के एलिमिनेटर मुकाबले में अंत तक यही लग रहा था कि मैच बारिश के कारण धुल जाएगा और कोलकाता नाइटराइडर्स को अपने बैग पैक करके अभियान को समाप्त करना होगा। केकेआर की किस्मत अच्छी रही और डकवर्थ एंड ल्युइस प्रणाली के आधार पर मिले संशोधित लक्ष्य को 3 विकेट खोकर हासिल करते हुए दुसरे क्वालीफायर में जगह बना ली। मैच का टर्निंग पॉइंट बहुत पहले ही घटित हो चुका था. मध्य ओवरों में सनराइजर्स हैदराबाद को अपने कप्तान डेविड वॉर्नर की बेहद जरुरत थी लेकिन उन्हें केकेआर के लेग स्पिनर पियूष चावला ने क्लीन बोल्ड कर बड़ा झटका दे दिया। डेविड वॉर्नर के आउट होने के बाद ही एसआरएच की किस्मत ने पलटी मारी और टीम का कुल स्कोर कम रहने के बाद बारिश ने खलल डाल दिया। आरसीबी के घरेलू मैदान वाली एम चिन्नास्वामी की पिच बारिश के साथ लगातर रॉलिंग से धीमी हो गई है, इस पर केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर ने अहम टॉस जीतकर एसआरएच को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। वॉर्नर ने केकेआर के तेज गेंदबाजों के खिलाफ कुछ अच्छे शॉट्स लगाने के बाद सुनील नारेन की गेंद को भी छह रन के लिए स्टेंड पर पहुंचाया, तो गंभीर ने लेग स्पिनर पियूष चावला को आक्रमण पर लगाया। चावला ने थोड़ी तेज गति से एक प्राकृतिक लेग स्पिन गेंद वॉर्नर को डाली और उन्होंने एक कदम आगे निकालकर खेलने की कोशिश की। चूकने पर गेंद सीधे मिडिल स्टंप पर जाकर लगी और पूरा स्टंप उखड़ गया। डेविड वॉर्नर को शानदार शुरुआत के बावजूद पवेलियन जाना पड़ा। डेविड वॉर्नर ने इस गेंद को डीप मिडविकेट की ओर खेलने का प्रयास किया। गेंद उतनी नहीं घूमी, जितनी वॉर्नर ने उम्मीद की थी और मिडिल स्टंप को उड़ाते हुए चली गई। गलत समय पर खुद की एकाग्रता भंग होने पर बल्लेबाज को खुद पर गुस्सा भी आया। खतरनाक नजर आ रहे 30 वर्षीय डेविड वॉर्नर के जाने के बाद टीम अधिक स्कोर नहीं कर पाई। अगर वे मैदान पर रुकते, तो अंतिम ओवरों में टीम को बेहद फायदा मिलता। एसआरएच ने पूरे ओवर खेलकर 7 विकेट पर 128 रन बनाए लेकिन कम से कम 20 से 25 रन उन्होंने कम बनाए, जिसका खामियाजा उन्हें बारिश के बाद केकेआर को डकवर्थ ल्युइस नियम से मिले लक्ष्य में उठाना पड़ा। केकेआर ने 6 ओवर में मिले 48 रनों के टारगेट को 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।