मुंबई इंडियंस के ओपनर पार्थिव पटेल के लिए 2016-17 का सीजन शानदार रहा है और वे अपने प्रदर्शन से संतुष्ट होकर कुछ आश्चर्य भी करेंगे। उनके लिए व्यक्तिगत और टीम, दोनों तरफ से सीजन उम्दा गुजरा है। गुजरात की कप्तानी करते हुए जनवरी में उन्होंने टीम को पहला रणजी खिताब दिलाया। उन्होंने दूसरी पारी में मैच जिताऊ बल्लेबाजी करते हुए 143 रन बनाए। आईपीएल 2017 में मुंबई इंडियंस के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले पटेल फसल की क्रीम से गायब नजर आ रहे हैं। पिछले सप्ताह ही यह घोषणा हुई है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए चोटिल मनीष पांडे की जगह दिनेश कार्तिक को भारतीय टीम में शामिल किया गया है। प्रबंधन के इस फैसले के बाद पार्थिव बेतरतीब बने रहे। बकौल पटेल "मैं चयन के लिए चिंता नहीं करता। मेरी उम्र भी काफी है और मैं कई वर्षों से चयन के आस-पास ही रहा हूं। मैं चयन के लिए क्रिकेट नहीं खेलता, मैं अपने खेल का लुत्फ़ उठा रहा हूं। हमने रणजी ट्रॉफी जीती, उसके बाद मैंने टेस्ट टीम में वापसी की।" इसमें कोई शक नहीं है कि कार्तिक इस जगह के हक़दार हैं। उन्होंने भी रणजी सत्र में गजब का खेल दिखाया है और 54 से ऊपर की औसत से रन बनाए हैं। इन सब चीजों को समझते हुए पार्थिव पटेल ने क्या सही नहीं है को नहीं लेते हुए सभी सकारात्मक पहलुओं के बारे में सोचा है। आईपीएल में टीम के खिताब जीतने पर पार्थिव पटेल ने कहा "आईपीएल में अच्छा खेलना और जीतना विशेष था इसलिए मैं इसे जारी रखना चाहूंगा, बाकी चीजें होती रहेगी। किसे शामिल किया गया और किसे नहीं, इसकी चिंता मैं नहीं करता। यह मेरा काम नहीं है, अगर मैं अच्छा करूंगा तो चीजें खुद-ब-खुद ठीक तरह से चलेगी।" इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच सीरीज में वापसी करने पर पटेल ने कहा "यह मेरा सपना था कि मैं अपने करियर को समाप्त करने से पहले एक बार टेस्ट टीम में वापसी करूं, यह पूरा हो गया।"