5 अप्रैल से आईपीएल का 10वां सीजन शुरु हो रहा है, पहला मैच सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच होगा
आईपीएल का 10वां संस्करण शुरु होने में एक महीने से थोड़ा ज्यादा का वक्त बचा है। 20 फरवरी को 10वें सीजन के लिए बैंगलोर में खिलाड़ियों की नीलामी हुई। 352 खिलाड़ियों में से सभी टीमों ने अपने पैसे और अपनी जरुरत के हिसाब से खिलाड़ियों की बोली लगाई।
352 खिलाड़ियों में से इस बार सिर्फ 66 खिलाड़ियों के लिए ही बोली लगी, बाकि खिलाड़ी फ्रेंचाइजीज को प्रभावित करने में नाकाम रहे। इन 66 खिलाड़ियों में कई भारतीय खिलाड़ी हैं तो कई विदेशी खिलाड़ी भी हैं।
सभी टीमें अपनी-अपनी तैयारी में जुट चुकी हैं लेकिन सभी टीम मैनेजमेंट की एक ही चिंता है कि अंतिम 11 में किस खिलाड़ी को रखें और बाहर किए बैठाएं। आईपीएल में अंतिम 11 में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों को ही रखने की इजाजत है ऐसे में एक ना एक खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट तक बैठा रह सकता है।
आइए आपको बताते हैं हर टीम से एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में जो कि जरुरत के हिसाब से टीम में ज्यादा है।
8. सनराइजर्स हैदराबाद-बेन लॉफलिन
34 साल के बेन लॉफलिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया की घरेलू क्रिकेट लीग का उन्हें अच्छा-खासा अनुभव है। लेकिन हैदराबाद की टीम में मुस्तफिजुर रहमान, आशीष नेहरा, मोहम्मद बनी और क्रिस जॉर्डन जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं। ऐसे में बेन को अंतिम 11 में मौका मिलना मुश्किल ही लगता है।
इस बार के बिग बैश लीग सीजन में एडिलेड स्ट्राइकर्स की तरफ से खेलते हुए बेन लॉफलिन ने अच्छा प्रदर्शन किया था। बेन ने 7 मैचों में 14.88 की औसत से 9 विकेट चटकाए जबकि उनका इकॉनामी रेट महज 6.09 का रहा। अगर स्ट्राइकर्स की टीम नॉकआउट स्टेज के लिए क्वालीफाई कर लेती तो हो सकता है बेन बीबीएल के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज होते।