IPL 2017: हर टीम की गेंदबाजी रेटिंग

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आईपीएल के 10वें सीजन का आधा सफर लगभग खत्म हो चुका है। सभी टीमों ने अब तक पर्याप्त मैच खेल लिए हैं। मुंबई और केकेआर की टीम अंकतालिका में सबसे ऊपर हैं। इन दीनों ही टीमों का प्लेऑफ में पहुंचना लगभग तय है। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम भी अपने रंग में आ चुकी है। हालांकि चौथे पोजिशन के लिए राइजिंग पुणे सुपरजायंट, गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच जरुर मुकाबला है। टूर्नामेंट में जिन टीमों की गेंदबाजी अच्छी रही है उसी ने ज्यादा जीत दर्ज की है। ज्यादातर टीमों को अपना कॉम्बिनेशन मिल गया है लेकिन कुछ टीमें अभी भी संघर्ष कर रही हैं। किसी भी टीम के संतुलित होने के लिए उसके गेंदबाजी आक्रमण का बैलेंस सही होना काफी अहम हो जाता है। आइए जानते हैं आईपीएल की सभी टीमों के गेंदबाजी आक्रमण के बारे में। 8. गुजरात लायंस इस समय तक गुजरात लायंस की पूरी टीम ने 885 रन खर्च करके मात्र 15 विकेट झटके हैं, जबकि सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने महज 108 रन खर्च कर अकेले ही इतने विकेट झटक चुके हैं। इससे पता चलता है कि गुजरात लायंस का गेंदबाजी आक्रमण कितना कमजोर है। गुजरात लायंस के लिए एंड्रयू टाई अब तक टीम के सबसे बेहतरीन गेंदबाज बनकर उभरे हैं। उन्होंने अपने पहले ही आईपीएल मैच में हैट्रिक जमा कर धमाकेदार शुरुआत की। उनकी इकॉनामी रेट 8 से भी कम रही है। टाई अब तक 4 मैचों में अकेले 9 विकेट चटका चुके हैं। टाई के अलावा युवा तेज गेंदबाज बेसिल थंपी भी काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। उनकी यॉर्कर गेंदे बल्लेबाजों को खूब परेशान कर रही हैं। टीम के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो चोट की वजह से टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं खेल पाए हैं और अब वो पूरे टूर्नामेंट से ही बाहर हो गए हैं। अगर गुजरात लायंस की टीम को अंतिम चार में जगह बनानी है तो उनके गेंदबाजों को काफी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। 7. किंग्स इलेवन पंजाब kip गुजरात लायंस और किंग्स इलेवन पंजाब में से किस टीम की गेंदबाजी सबसे ज्यादा खराब है। इसका फैसला करना काफी मुश्किल है क्योंकि दोनों ही टीमें खराब गेंदबाजी की वजह से मैच हार रही हैं। इन दोनों टीमों की बल्लेबाजी तो काफी अच्छी है लेकिन गेंदबाजी उतनी ही कमजोर। लेकिन कहीं ना कहीं किंग्स इलेवन की गेंदबाजी गुजरात लायंस से बेहतर नजर आती है। टीम में मोहित शर्मा, संदीप शर्मा, इशांत शर्मा, टी नटराजन, वरुण एरोन, अक्षर पटेल और केसी करियप्पा जैसे अच्छे गेंदबाज हैं। लेकिन किंग्स इलेवन के लिए दिक्कत ये रही है कि अक्षर पटेल को छोड़कर कोई भी गेंदबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है। संदीप शर्मा ने जरुर कुछ मैचो में बल्लेबाजों के लिए दिक्कत पैदा की है। नटराजन को टीम ने 3.2 करोड़ में खरीदा था लेकिन उसका उनको फायदा मिलता नहीं दिख रहा है। यहां पर हैरान करने वाली बात ये है कि तेज गेंदबाज मैट हैनरी को अभी तक अंतिम 11 में जगह नहीं मिली है, जबकि वो चोटिल भी नहीं हैं। अगर किंग्स इलेवन पंजाब को अपनी गेंदबाजी और ज्यादा मजबूत करनी है तो उन्हें मैट हेनरी को टीम में जरुर खिलाना चाहिए। 6. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आरसीबी एबी डीविलियर्स, विराट कोहली और क्रिस गेल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के होने के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने इस टूर्नामेंट में सबसे खराब प्रदर्शन किया है। टीम आईपीएल के अपने सबसे कम स्कोर 49 रनों पर ऑल आउट हो चुकी है। कोहली को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज फॉर्म में नहीं दिख रहा। आरसीबी की गेंदबाजी तो पहले से ही कमजोर थी और अब खराब बल्लेबाजी से टीम का प्रदर्शन काफी नीचे गिर गया है। हालांकि नीलामी में आरसीबी ने इंग्लिश गेंदबाज टाइमल मिल्स को जरुर खरीदा था लेकिन अब तक वो अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। टूर्नामेंट शुरु होने से पहले ही मिचेल स्टार्क ने इस सीजन में नहीं खेलने का फैसला किया जिससे टीम को तगड़ा झटका लगा। इसलिए उन्होंने नीलामी में 12.4 करोड़ रुपए में टाइमल मिल्स को खरीदा। आरसीबी की तरफ से सिर्फ युजवेंद्र चहल ही प्रभाव छोड़ पाए हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक 10 विकेट चटकाए हैं। वहीं सैमुअल बद्री दूसरे सफल गेंदबाज रहे हैं। लेकिन टीम ने एक साथ मिलकर अच्छी गेंदबाजी नहीं की है इसी वजह से वो अंकतालिका में सबसे नीचे हैं। 5. राइजिंग पुणे सुपरजायंट rps राइजिंग पुणे सुपरजायंट की टीम ने जिस तरह से मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ लक्ष्य का बचाव किया वो काबिलेतारीफ है। क्योंकि दोनों ही टीमों की बल्लेबाजी काफी अच्छी है और उन्हें रोकना कतई आसान नहीं होता है। पुणे की गेंदबाजी लाइन अप पेपर पर तो कमजोर नजर आती है लेकिन उनके सारे गेंदबाज फील्ड में काफी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। अशोक डिंडा की शुरुआती मैचो में काफी पिटाई हुई जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को लिया गया जो कि अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। जयदेव उनादकट और मिचेल मार्श की जगह इमरान ताहिर के आ जाने से पुणे की गेंदबाजी अच्छी हो गई। इमरान ताहित टीम के सबसे अच्छे गेंदबाज बनकर उभरे हैं। जब भी कप्तान ने उनकी गेंद सौंपी उन्होंने विकेट निकालकर दिया। टूर्नामेंट के सबसे महंगे खिलाड़ी बेन स्टोक्स भी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। स्टोक्स ने डेथ ओवरो में खासकर काफी अच्छी गेंदबाजी की है। टीम को वाशिंगटन सुंदर के रुप में भी काफी बढ़िया युवा तेज गेंदबाज मिला है। वाशिंगटन सुंदर ने अब तक जितने भी मैच खेले हैं उसमें काफी अच्छी इकॉनामी रेट से गेंदबाजी की है। 4. दिल्ली डेयरडेविल्स DDL दिल्ली डेयरडेविल्स की बल्लेबाजी में इस बार अनुभव की कमी साफ दिखी है। टीम में ज्यादातर बल्लेबाज युवा हैं और इसी वजह से टीम ज्यादातर मैच हारी भी है। लेकिन अगर दिल्ली की गेंदबाजी की बात की जाए तो हम कह सकते हैं की टूर्नामेंट में सबसे अच्छी गेंदबाजी लाइनअप अगर किसी भी टीम के पास है तो वो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम है। इस बात का पता इससे भी पता चलता है कि भारतीय टीम के सबसे बेहतरीन गेंदबाज मोहम्मद शमी को आधे से ज्यादा सीजन बीत जाने के बावजूद भी टीम में जगह नहीं मिली। यही हाल स्पिन विभाग का भी रहा, जहां होनहार गेंदबाज शाहबाज नदीम को भी आधे टूर्नामेंट तक टीम में जगह नहीं मिली। दिल्ली की टीम की गेंदबाजी लाइन अप की अगर बात करें तो टीम के पास तेज गेंदबाजों की पूरी फौज है। कप्तान जहीर खान खुद भारतीय टीम के बेहतरीन गेंदबाज रह चुके हैं। वहीं टीम के पास कगिसो रबाडा, क्रिस मॉरिस, पैट कमिंस जैसे दिग्गज तेज गेंदबाज हैं। यही वजह है कि टीम ने अभी तक विरोधी टीम को सिर्फ 1 बार 170 से ज्यादा रन बनाने दिया है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि अगर दिल्ली की गेंदबाजी की तरह उनकी बल्लेबाजी ने भी साथ दिया होता तो टीम को रोकना काफी मुश्किल होता। 3. सनराइजर्स हैदराबाद SH सनराइजर्स हैदराबाद की टीम पिछले 2-3 सीजन में ज्यादातर मैच अपने गेंदबाजों की वजह से जीत रही है। पिछले सीजन में जब टीम चैंपियन बनी थी तो मुस्तफिजुर रहमान, आशीष नेहरा, भुवनेश्वर कुमार की तिकड़ी ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था। भुवनेश्वर कुमार ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे। इस साल के सीजन में भी भुवनेश्वर कुमार विकेट लेने के मामले में टूर्नामेंट में सबसे आगे चल रहे हैं। उनका इकॉनामी रेट भी 7 से कम का रहा है। वहीं अफगानिस्तान के युवा गेंदबाज राशिद खान बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली बने हुए हैं। उन्होंने अपने पहले आईपीएल सीजन में काफी शानदार गेंदबाजी की है। एक और युवा तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल ने भी अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। खासकर डेथ ओवरो में कप्तान वॉर्नर ने उन पर काफी भरोसा जताया है और वो उस भरोसे पर खरे उतरे हैं। मोइजिज हेनरिक्स और बिपुल शर्मा ने भी टीम के लिए उपयोगी गेंदबाजी की है। इस शानदार गेंदबाजी का ही नतीजा है कि सनराइजर्स की टीम ने अभी तक अपनी विरोधी टीम को 180 रन से ज्यादा नहीं बनाने दिए हैं। 2. कोलकाता नाइटराइडर्स kk पिछले सीजन की तरह इस बार भी कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम संतुलित नहीं दिख रही थी। टीम की मध्यक्रम की बल्लेबाजी ज्यादातर मौकों पर बिखर जाती थी। लेकिन उनकी गेंदबाजी उतनी ही अच्छी है। भले ही इस सीजन में आंद्र रसेल नहीं खेल रहे हों उसके बावजूद टीम की गेंदबाजी काफी अच्छी रही है। टीम के सभी गेंदबाजों ने विकेट चटकाए हैं। सिर्फ शाकिब-अल-हसन ही एक मात्र ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्हे मात्र केवल एक मैच खेलने का मौका मिला और वो उसमें विकेट नहीं चटका पाए। शाकिब को छोड़कर टीम के सभी गेंदबाजों ने कम के कम एक विकेट जरुर चटकाए हैं। पिछले सीजन की तरह इस सीजन में भी कप्तान गौतम गंभीर ने अपने तेज गेंदबाजों पर ज्यादा भरोसा जताया है और वे उनकी उम्मीदों पर खरे भी उतरे हैं। क्रिस वोक्स ने टीम की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं लेकिन उनकी इकॉनामी रेट अच्छी नहीं रही है। उमेश यादव और नाथन कुल्टर नाएल ने भी काफी बेहतरीन गेंदबाजी की है। स्पिन गेंदबाजी की अगर बात करें तो युवा गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। सुनील नारायन हालांकि उतने प्रभावशाली नहीं रहे जिसके लिए वो जाने जाते हैं। 1.मुंबई इंडियंस MID मुंबई इंडियंस टूर्नामेंट में अंकतालिका में टॉप पर है। टीम की गेंदबाजी इस सीजन में काफी शानदार रही है। सीजन का पहला मैच हारने के बाद टीम ने जोरदार वापसी की और अगले कुछ मैच शानदार ढंग से जीते। टीम के गेंदबाजों ने कई मैच अपने दम पर जिताए। जब भी टीम को जरुरत पड़ी गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की। टीम के सभी गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। चाहे वो मैक्लनेघन हों, बुमराह हों या फिर युवा कुनाल पांड्या। मैक्लनेघन की इकॉनामी रेट भले ही अच्छी नहीं रही हो लेकिन वो टीम के सबसे सफल गेंदबाज बनकर उभरे हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर गेंदों का कोई जवाह नहीं है। दिग्गज गेंदबाज हरभजन सिंह ने ज्यादा विकेट तो नहीं चटकाए हैं लेकिन उनका इकॉनामी रेट महज 6.04 का रहा है। हरभजन अपने ओवर में रन ना देकर बल्लेबाजों पर दबाव बनाते हैं जिससे बाकी के गेंदबाजों को विकेट निकालने में मदद मिलती है। टीम के अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा भी अपने रंग में आ चुके हैं। वहीं इस सीजन में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन भी खेल रहे हैं। लेखक-विग्नेश अनंतसुब्रमण्यम अनुवादक-सावन गुप्ता