विकेटकीपर
एमएस धोनी
आईपीएल के पहले संस्करण के बाद ऐसा पहला मौका है, जब धोनी मैदान में उतरेंगे तो वह टीम की कप्तानी नहीं कर रहे होंगे। धोनी की बल्लेबाज़ी भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद और बेहतरीन हुई है। इंग्लैंड के साथ हुई सीरिज में धोनी ने वनडे में शतक और टी-20 में अर्धशतक बनाया था। इसके अलावा विजय हजारे ट्राफी में धोनी ने झारखण्ड की कप्तानी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुँचाने में अहम योगदान दिया था। इसके अलावा उनकी विकेटकीपिंग भी अच्छी हुई है। उनका फिटनेस हमेशा की तरह अच्छा रहा है।