आईपीएल 2017 के लिए नीलामी हो चुकी है। इस बार की नीलामी में इंग्लिश खिलाड़ियों और भारत के अनकैप्ड खिलाड़ियों की काफी डिमांड रही। इस बार की नीलामी की सबसे खास बात ये रही कि फ्रेंचाइजी टीमों ने एसोसिएट देशों से भी 3 खिलाड़ी चुने। 4 करोड़ की भारी-भरकम रकम के साथ अफगानिस्तान के खिलाड़ी राशिद खान को आईपीएल में एंट्री मिली। वहीं जिन भारतीय खिलाड़ियों ने घरेलू सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया उन्हें भी नीलामी में अच्छी-खासी रकम मिली। अनिकेत चौधरी, इशांक जग्गी, अंकित बावने, और मोहम्मद सिराज जैसे प्लेयर इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। वहीं तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले टी नटराजन और एम अश्विन के लिए भी टीमों ने बोली लगाई। अब नीलामी खत्म हो चुकी है। सभी टीमों ने अपने-अपने हिसाब से खिलाड़ियों को चुन लिया है। तो ये मौका है अब सभी टीमों के मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष को जानने का और कैसा रह सकता है 2017 के आईपीएल सीजन में उनका सफर। आइए विस्तार सभी 8 टीमों का विश्लेषण करते हैं। सनराइजर्स हैदराबाद 2016 की आईपीएल विजेता टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने इस बार नीलामी में कुछ अच्छे खिलाड़ियों को खरीदा। सनराइजर्स ने अफगानिस्तान के युवा खिलाड़ी राशिद खान और उनके हमवतन मोहम्मद नबी के लिए बोली लगाई। ये एक अच्छा सेलेक्शन कहा जा रहा है। चुंकि हैदराबाद की टीम में तेज गेंदबाज पहले से ही काफी अच्छे हैं, इसलिए इस बार की नीलामी में उन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी को मजबूत करने पर ज्यादा ध्यान दिया। टीम की मजबूती सनराइजर्स हैदराबाद टीम की सबसे मजबूत कड़ी है उनकी तेज गेंदबाजी। इसी गेंदबाजी के दम पर उन्होंने आईपीएल-9 का खिताब जीता। वहीं टीम में अब प्रवीण ताम्बे, मोहम्मद नबी और राशिद खान जैसे स्पिनरों के आ जाने से अब स्पिन विभाग भी मजबूत हो गया है। टीम ने इस बार इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन को खरीदा जो कि डेथ ओवर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं। वहीं टीम में मोइजिज हेनरिक्स, बेन कटिंग और बेन लॉलिन के रुप में सीमिंग ऑलराउंडर गेंदबाज भी हैं। इससे टीम की गेंदबाजी और भी खतरनाक हो जाती है। टीम की कमजोरी सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी काफी कुछ टीम के कप्तान डेविड वॉर्नर, शिखर धवन, केन विलियम्सन और युवराज सिंह पर निर्भर है। हालांकि अभी देखने वाली बात ये होगी कि केन विलियम्सन को अंतिम 11 में जगह मिलती है कि नहीं। टीम का मिडिल और लोअर मिडिल ऑर्डर उतना मजबूत नहीं दिखता। दीपक हुड्डा, विजय शंकर और तन्मय अग्रवाल जैसे कुछ युवा बल्लेबाज मध्यक्रम में हैं। वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा भी मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं। हालांकि इन सभी खिलाड़ियों ने कभी-कभार ही अच्छी बल्लेबाजी की है। टीम के बारे में भविष्यवाणी पिछले सीजन में टीम ने आईपीएल का खिताब जीता था। इसलिए सनराइजर्स की टीम उत्साह से लबरेज होगी और प्लेऑफ में जगह बना सकती है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपने प्रदर्शन अब तक आईपीएल में सबको प्रभावित किया है। RCB की टीम काफी मजबूत मानी जाती है। लेकिन अभी तक आईपीएल का खिताब उनसे दूर है। इसलिए कप्तान विराट कोहली इस सूखे को इस साल जरुर खत्म करना चाहेंगे। इस बार की नीलामी में आरसीबी ने अच्छे खिलाड़ियों के लिए बोली लगाई। 2016 की नीलामी में 8 करोड़ की रकम के साथ सुर्खियों में आए पवन नेगी को इस बार आरसीबी ने महज 1 करोड़ रुपए में खरीदा। पवन नेगी ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं और वो टीम के काफी काम आ सकते हैं। टीम की मजबूती आरसीबी की सबसे बड़ी मजबूती उनकी बल्लेबाजी है। टीम में क्रिस गेल, एबी डीविलियर्स, खुद कप्तान विराट कोहली और शेन वॉटसन जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं। ये वो नाम हैं जो किसी भी मैच में किसी भी समय अकेले मैच को जिता सकते हैं। महज कुछ गेंदों में ही मैच का पासा पलट सकते हैं। वहीं केदार जाधव और केएल राहुल जैसे बल्लेबाज भी किसी से कम नहीं हैं। ये प्लेयर भी मैच विनर खिलाड़ी हैं। इसलिए कुल मिलाकर देखें तो आरसीबी का सबसे मजबूत पक्ष उनकी बल्लेबाजी है। टीम की कमजोरी तेज गेंदबाज मिचले स्टॉर्क इस बार के आईपीएल में नहीं खेलेंगे जो कि आरसीबी के लिए एक तगड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि नीलामी में इंग्लिश तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को खरीदकर टीम ने स्टॉर्क की कमी को पूरा करने की पूरी कोशिश की है। मिल्स ने हाल ही में भारत में हुए टी-20 सीरीज में इंग्लैंड के लिए काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। हालांकि एम चिन्नास्वामी की बैटिंग पिच पर उनका कड़ा इम्तिहान होगा और उनके लिए ये सफर आसान नहीं रहने वाला है। वहीं टीम ने इस बार अनकैप्ड लेफ्ट ऑर्म सीमर अनिकेत चौधरी को भी खरीदा है। लेकिन देखना ये होगा कि क्या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनिकेत उतना अच्छा टेंपरामेंट दिखा पाते हैं कि नहीं। टीम के बारे में भविष्यवाणी पिछले सीजन में आरसीबी की टीम उपविजेता रही थी। अगर इस बार भी उनकी बल्लेबाजी चल निकली और गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन कर दिया तो टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रहेगी। कोलकाता नाइट राइडर्स हमेशा की तरह इस बार भी कोलकाता नाइट राइडर्स के टीम मैनेजमेंट ने काफी सोच-समझकर नीलामी में पैसा खर्च किया। उन्होंने काफी समझदारी से खिलाड़ियों के लिए बोली लगाई। आंद्रे रसेल की कमी को पूरा करने के लिए टीम ने क्रिस वोक्स को टीम में शामिल किया। वहीं अगर वोक्स किन्हीं कारणों से नहीं खेल पाए तो उनकी कमी को पूरा करने के लिए टीम ने नाथन-कुल्टर-नाइल को खरीदा। वहीं टीम ने इशांक जग्गी और ऋषि धवन के रुप में कुछ प्रतिभाशाली भारतीय क्रिकेटरों को भी चुना। इससे उनकी बेंच स्ट्रेंथ मजबूत होगी। टीम की मजबूती 2016 की ही तरह इस बार भी गेंदबाजी केकेआर की टीम का मुख्य हथियार रहेगी। वहीं स्पिन विभाग में भी उनके पास काफी विकल्प उपलब्ध हैं। ट्रेंट बोल्ट के टीम में आ जाने से तेज गेंदबाजी और मजबूत हुई है। वहीं बात अगर बल्लेबाजी की करें तो टीम के पास गौतम गंभीर और रॉबिन उथप्पा के रुप में अच्छी और भरोसेमंद सलामी जोड़ी है। मध्यक्रम में यूसुफ पठान जैसा धाकड़ बल्लेबाज भी है। टीम की कमजोरी इस बार आंद्रे रसेल टीम में नहीं हैं ऐसे में तेज गति से रन बनाने की जिम्मेदारी यूसुफ पठान के कंधे पर रहेगी। वहीं वोक्स और पॉवेल भी उनकी मदद कर सकते हैं। लेकिन देखना ये होगा कि टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों द्वारा दी गई अच्छी शुरुआत को ये कैसे भुना पाते हैं। टीम का टोटल स्कोर काफी कुछ मध्यक्रम की बल्लेबाजी पर निर्भर करेगा। टीम के बारे में भविष्यवाणी अगर सब कुछ ठीक रहा तो केकेआर की प्लेऑफ में जगह पक्की है। गुजरात लॉयंस 2016 का आईपीएल सीजन गुजरात लॉयंस का पहला आईपीएल था। लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया और शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले ही आईपीएल में प्वाइंट टेबल में टॉप पर रहे। टीम में कई अच्छे खिलाड़ी मौजूद हैं। हालांकि इस बार की नीलामी में उनकी रणनीति बिल्कुल भी समझ में नहीं आई। टीम को एंड्र्यू टाई के बैकअप के लिए एक अच्छे विदेशी तेज गेंदबाज की जरुरत थी लेकिन टीम एक भी गेंदबाज नहीं खरीद पाई। वहीं स्पिन विभाग की बात करें तो प्रवीण ताम्बे को रिलीज करने के बाद टीम सिर्फ तेजस बरोका को खरीद पाई। टीम की मजबूती गुजरात लॉयंस की भी सबसे मजबूत कड़ी उनकी बल्लेबाजी है। टीम में दुनिया के सभी विस्फोटक बल्लेबाज हैं। जेसन रॉय, ब्रेंडन मैक्कलम, एरोन फिंच, ड्वेन स्मिथ और खुद कप्तान सुरेश रैना। हालांकि एक मैच में केवल 4 ही विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करने की छूट है। फिर भी इनमें से हर खिलाड़ी अपने दम पर मैच जिताने का माद्दा रखता है। सुरेश रैना नंबर 3 पर काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। वो अब तक सबसे ज्यादा आईपीएल मैच खेल चुके हैं। ऐसे में उनके पास अनुभव की कोई कमी नहीं है। वहीं इशान किशन, रविंद्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो और जेम्स फॉकनर जैसे खिलाड़ी भी निचले क्रम में काफी आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। कुल मिलाकर देखें तो टीम में आखिर तक बल्लेबाजी है। टीम की कमजोरी टीम में ऊपरी क्रम में तो काफी विस्फोटक बल्लेबाज हैं, लेकिन मध्यक्रम की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर दिखती है। इसलिए टॉप ऑर्डर को हर मैच में काफी अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी ताकि मध्यक्रम के ढहने पर भी अच्छे स्कोर तक पहुंचा जा सके। वहीं टीम में कोई लोकल भारतीय बल्लेबाज भी नहीं है जिसकी कमी उन्हें जरुर खलेगी। टीम के बारे में भविष्यवाणी इस बार प्लेऑफ में जगह बनाना गुजरात लॉयंस के लिए आसान नहीं होगा मुंबई इंडियंस मुंबई इंडियंस आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक है। मुंबई की टीम 2 बार आईपीएल और एक बार चैंपियंस लीग टी-20 का खिताब अपने नाम कर चुकी है। हालांकि पिछले आईपीएल सीजन में टीम अंतिम चार में जगह बनाने में नाकामयाब रही थी। हालांकि इस बार की नीलामी में उन्होंने दूसरी टीमों को कड़ी चुनौती दी। टीम ने बेन स्टोक्स, ट्रेंट बोल्ट, टाइमल मिल्स और राशिद खान जैसे प्लेयरों के लिए बोली लगाई लेकिन वे इसे खरीद नहीं पाए। हालांकि टीम ने जरुर श्रीलंकाई सनसनी एसेला गुनारत्ने और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन को खरीदने में सफलता जरुर हासिल की। टीम की मजबूती मुंबई इंडियंस की टीम में लसिथ मलिंगा और जसप्रीत बुमराह जैसे काफी शानदार तेज गेंदबाज हैं। इस बार की नीलामी में मिचेल जॉनसन को खरीद कर टीम ने अपनी गेंदबाजी को और मजबूत कर लिया है। वहीं हरभजन सिंह, कर्ण शर्मा और कुनाल पांड्या जैसे स्पिनर भी टीम में हैं। कुल मिलाकर देखें तो टीम की गेंदबाजी काफी खतरनाक नजर आती है। टीम की कमजोरी टीम के कप्तान रोहित शर्मा चोट के बाद वापसी कर रहे हैं। टॉप ऑर्डर में उनका साथ देने के लिए अंबाती रायडू और पार्थिव पटेल जैसे बल्लेबाज रहेंगें। टीम में मध्यक्रम में जोस बटलर, किरोन पोलॉर्ड और हार्दिक पांड्या जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं। लेकिन इन बल्लेबाजों की सबसे बड़ी कमजोरी ये है कि अगर ये चल निकले तो चल निकले नहीं तो टीम मुश्किल में आ जाएगी। इन पर ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में टॉप ऑर्डर के ऊपर ज्यादा जिम्मेदारी आ जाती है। टीम के बारे में भविष्यवाणी मुंबई इंडियंस अंतिम 4 में जगह बना सकती है। दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल के अब तक 9 सीजन हो चुके हैं जिसमें से दिल्ली की टीम केवल 3 मर्तबा प्लेऑफ में जगह बना पाई है। इसके अलावा 2009 और 2012 के चैंपियंस लीग टी-20 के लिए भी उन्होंने क्वालीफाई किया था। टीम अपने आईपीएल ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने के लिए पूरा जोर लगा रही है, इसलिए इस बार की नीलामी में उन्होंने कुछ अच्छी बोलियां लगाई। टीम मैनेजमेंट ने इंग्लिश ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को खरीदने के लिए पूरा जोर लगा दिया हालांकि 14 करोड़ की रकम के साथ राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने उनके हाथ से ये मौका छीन लिया। हालांकि दिल्ली की टीम ने कोरी एंडरसन और एंजेलो मैथ्यूज जैसे खिलाड़ियों को खरीदकर इस कमी को पूरा कर लिया। टीम की मजबूती दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में युवा भारतीय बल्लेबाजों की शानदार खेप है। श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, करुण नायर और संजु सैमसन जैसे होनहार खिलाड़ी टीम में हैं। वहीं विदेशी खिलाड़ियों में टीम के पास क्विंटन डी कॉक, जेपी डुमिनी और सैम बिलिंग्स के रुप में शानदार खिलाड़ी हैं। निचले क्रम में भी टीम के पास काफी धाकड़ बल्लेबाज हैं। 4 छक्के लगाकर वेस्टइंडीज को टी-20 वर्ल्ड कप दिलाने वाले कार्लोस ब्रेथवेट, तूफानी ऑलराउंडर बल्लेबाज कोरी एंडरसन और आतिशी पारियां खेलने वाले क्रिस मोरिस जैसे खिलाड़ी टीम की बल्लेबाजी को गहराई प्रदान करते हैं। टीम की कमजोरी दिल्ली की टीम की सबसे बड़ी कमजोरी उनकी गेंदबाजी है। खासकर अच्छे भारतीय तेज गेंदबाजों की उनके पास कमी है। मोहम्मद शमी को छोड़कर कोई भी गेंदबाज उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। गेंदबाजी में ज्यादातर दिल्ली की टीम को अपने स्पिनरों जयंत यादव, अमित मिश्रा शाहबाज नदीम पर ही निर्भर रहना पडेगा। वहीं टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी ये है कि उसके 4 सबसे दिग्गज विदेशी प्लेयर साउथ अफ्रीका के हैं। ये खिलाड़ी चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए आईपीएल बीच में ही छोड़कर जा सकते हैं। ऐसे में टीम के सामने तब ज्यादा दिक्कत हो सकती है। टीम के बारे में भविष्यवाणी अगर राहुल द्रविड़ ने कुछ करिश्माई प्लान बनाया और वो कारगर रहा तो ही टीम अंतिम 4 में जगह बना सकती है। राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स इस बार के सीजन के लिए राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स की टीम ने सबसे चौंकाने वाला फैसला लिया। टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की जगह स्टीव स्मिथ को कप्तान नियुक्त किया। नीलामी से पहले लिया गया ये फैसला काफी सुर्खियों में रहा। हालांकि नीलामी में पुणे की टीम ने इस साल की सबसे महंगी बोली लगाई। उन्होंने 14.5 करोड़ की भारी भरकम रकम के साथ इंग्लिश ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को खरीदा। इसके साथ ही वो 2017 की नीलामी में सबसे ज्यादा पैसे खर्च करने वाली टीम बन गए। टीम की मजबूती पिछले सीजन में चोट की वजह से टीम के कई अच्छे खिलाड़ी टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। टीम के सभी प्लेयर फिट हैं और उनके शीर्ष 6 खिलाड़ी एकदम तैयार हैं। टीम के पास रविचंद्रन अश्विन और एडम जम्पा के रुप में 2 विश्वस्तरीय स्पिनर भी हैं। वहीं बेन स्टोक्स के आ जाने से टीम को काफी मजबूती मिलेगी। टीम की कमजोरी राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए तेज गेंदबाजी पिछले सीजन में चिंता का विषय रही। अशोक डिंडा और ईश्वर पांड्ये के रुप में उनके पास केवल 2 ही फर्स्ट च्वॉइस भारतीय तेज गेंदबाज हैं। इसलिए बेन स्टोक्स और डेनियल क्रिस्चियन से गेंदबाजी की शुरुआत कराई जा सकती है। वहीं टीम के पास बल्लेबाजों का कोई बैकअप नहीं है। फिर चाहें वो भारतीय बल्लेबाज हों या फिर विदेशी बल्लेबाज। टीम के बारे में भविष्यवाणी पिछले सीजन की तुलना में इस बार टीम का प्रदर्शन बढ़िया रह सकता है, लेकिन प्लेऑफ में जगह मुश्किल होगी। किंग्स इलेवन पंजाब किंग्स इलेवन पंजाब की टीम एक ऐसी टीम है जो 3 बार आईपीएल में सबसे निचले पायदान पर रह चुकी है। वहीं एक बार टीम फाइनल तक पहुंची थी। टीम हर हाल में आईपीएल की ट्रॉफी जीतना चाहती है इसलिए इस बार की नीलामी में उन्होंने कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों का चुनाव किया। इस बार की नीलामी में कम पैसे में उन्होंने मार्टिन गप्टिल, इयन मॉर्गन और डैरेन सैमी जैसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल कर अपने इरादे जता दिए। टीम की मजबूती टीम के पास काफी अच्छे विदेशी खिलाड़ी हैं। शॉन मार्श के रुप में टीम के पास एक अच्छा ओपनिंग बल्लेबाज है। 2008 के पहले आईपीएल सीजन में मार्श सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। वहीं मार्टिन गप्टिल, डेविड मिलर, इयन मॉर्गन और ग्लेन मैक्सवेल जैसे विस्फोटक बल्लेबाज भी टीम में हैं। वहीं टीम के पास मार्क्स स्टोइनिस और डैरेन सैमी के रुप में 2 बेहतरीन ऑलराउंडर भी हैं। टीम की कमजोरी किंग्स इलेवन के पास अच्छे स्पिनरों की कमी है। केवल अक्षर पटेल ही टीम में एक माने-जाने स्पिनर हैं। टीम के बारे में भविष्यवाणी पिछले सीजन की तुलना में इस बार भी प्लेऑफ में उनकी जगह काफी मुश्किल होगी। लेखक-रजीतदिवेतिया अनुवादक-सावन गुप्ता